चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से चल रही अंदरुनी कलह अब चरम पर पहुंच गई है। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से शनिवार शाम 5 बजे बुलाई की विधायक दल की बैठक में बड़ा फैसला हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने सरकार का चेहरा बदलने का फैसला ले लिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। यह भी कहा है जा रहा है कि कैप्टन विधायक दल की बैठक से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं।
पंजाब में कांग्रेस विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक से पहले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी की राज्य इकाई में उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने का जो रास्ता अपनाया है उसने न सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है, बल्कि अकाली दल की बुनियाद हिल गई है। उन्होंने ट्वीट किया, ”वाह राहुल गांधी, आपने बेहद उलझी हुई गुत्थी के पंजाबी संस्करण के समाधान का रास्ता निकाला है। आश्चर्यजनक ढंग से नेतृत्व के इस साहसिक फैसले ने न सिर्फ पंजाब कांग्रेस के झंझट को खत्म किया है, बल्कि इसने कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है और अकालियों की बुनियाद हिला दी है।”
गौरतलब है कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी तनातनी के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के निर्देश पर शनिवार शाम राज्य के कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस महासचिव एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार रात को इस बारे में घोषणा की। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में हो रही विधायक दल की इस बैठक की वजह से नेतृत्व परिवर्तन की भी अटकलें लग रही हैं, हालांकि अभी पार्टी की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है।
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