जमशेदपुर : बुधवार को कुड़मी समाज ने रेल चक्का जाम कर आंदोलन का आह्वान किया था. इधर, आंदोलन को लेकर रेलवे ने भी 178 ट्रेनों को रद्द करने और डायवर्ट करने का फैसला लिया था. इस मामले में कोलकाता हाईकोर्ट का बड़ा बयान सामने आया है. एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आंदोलन को रद्द करने का फैसला सुनाया है. हाईकोर्ट ने कहा कि कुड़मी समुदाय चाहे तो इसको लेकर अपनी आवाज संस्थागत स्याना पर उठा सकती है. लेकिन इस तरह का आंदोलन, जिससे आम जनमानस परेशान हो, वह करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. मामले में पुरुलिया चेंबर ऑफ कॉमर्स ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की था. हाईकोर्ट का फैसला सामने आते ही रेलवे ने अपने फैसले को वापस ले लिया है.
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