राज्य के मंत्री और कांग्रेसी नेता बन्ना गुप्ता के भाई गुड्डू गुप्ता, डीएसपी अजय केरकेट्टा और इंस्पेक्टर इमदाद अंसारी सहित 22 लोगों पर नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म और देह व्यापार के लिए मजबूर करने के मामले में जमशेदपुर पास्को कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए जमशेदपुर पुलिस को सभी पर धारा 319 के तहत मुकदमा दर्ज कर ट्रायल चलाने का निर्देश दिया है.
आपको याद दिला दें, कि जमशेदपुर के मानगो थाना अंतर्गत सहारा सिटी की एक नाबालिग की मां की शिकायत पर 19 जनवरी 2018 को एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमे नाबालिग की मां ने इंदरपाल सैनी, श्रीकांत और शिवकुमार पर अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म करने और वीडियो बनाकर ब्लैक मेल करते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता के भाई गुड्डू गुप्ता, इंस्पेक्टर इमदाद अंसारी और डीएसपी अजय केरकेट्टा द्वारा बारी- बारी से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं पीड़िता ने पुलिसिया अनुसंधान और सीआईडी कोर्ट में भी अपने साथ हुए घिनौने कर्म की गवाही दी थी, जहां मंत्री के भाई, डीएसपी और इंस्पेक्टर सहित 22 लोगों पर खुद के साथ दुष्कर्म करने और उच्च अधिकारियों, सफेदपोशों और कारपोरेट के साथ हमबिस्तर होने के लिए विवश करने का आरोप लगाया था. लेकिन इंदरपाल सैनी, शिवकुमार और श्रीकांत को छोड़ बाकी सभी आरोपियों को जमशेदपुर पुलिस और सीआईडी ने क्लीन चिट दे दिया. जिसके बाद पीड़िता के वकील ने जमशेदपुर पहुंच को कोर्ट में फिर से रिट दायर किया जहां पॉस्को कोर्ट ने जमशेदपुर पुलिस को मंत्री के भाई गुड्डू गुप्ता, डीएसपी अजय केरकेट्टा और इंस्पेक्टर इमदाद अंसारी सहित 22 लोगों पर धारा 319 के तहत मामला दर्ज करते हुए ट्रायल चलाने का निर्देश जारी कर दिया है. वहीं पीड़िता के वकील ने पॉस्को कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इंसाफ मिलने की उम्मीद जताई है. उधर मामले पर जमशेदपुर पश्चिमी से भाजपा प्रत्याशी रहे देवेंद्र सिंह ने कांग्रेस और मंत्री बन्ना गुप्ता पर तीखा हमला करते हुए इसे कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा बताया. भाजपा नेता ने पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए पूरे भाजपा को एकजुट बताया. उधर जमशेदपुर सांसद ने इस कृत्य को घिनौना अपराध बताते हुए जमशेदपुर पुलिस से पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग की. साथ ही बीजेपी को पीड़िता के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया. वैसे हाल में ही मंत्री बन्ना गुप्ता के चालक पर भी दुष्कर्म का आरोप लगा है. जिसे कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. इधर जमशेदपुर पोस्को कोर्ट से फरमान जारी होते ही एक बार फिर से सहारा सिटी की नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म का मामला गरमा गया है और राजनीति शुरू हो गई है. हालांकि 2018 से ही पीड़िता इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है.
Exploring world