गया (Pradeep Ranjan) अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बोधगया स्थित महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के प्रांगण में बौद्ध धर्मगुरु 14वे दलाईलामा और अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू सहित विभिन्न देशों के संघराजा व बौद्ध विद्वानों ने अंतरराष्ट्रीय संघ फोरम का विधिवत उद्धघाटन किया. इसमें 33 देशों के बौद्ध धर्मगुरु व बौद्ध भिक्षु भी शामिल हुये है.
इस कार्यक्रम में भारत, थाईलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस, श्रीलंका, तिब्बत, भूटान, नेपाल, वियतनाम, ताइवान, रूस, मंगोलिया, जापान और कोरिया सहित 33 देशों के 2500 से ज्यादा बौद्ध विद्वान शामिल हुए है. कार्यक्रम का शुभारंभ बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बौद्ध मंत्रोच्चारण के साथ शुरू किया गया. यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा.
वक्ताओं में भिक्षु प्रो. गेशे नवांग सामतेन, भिक्षु यांगतेन रिनपोछे, प्रो. भिक्षु रालुवे पदमश्री थेरो, प्रो. भिक्षु चाव हवाई, प्रो नाकाओ शिहोउ, कारलो लक्किस, बोधगया वटपा के महासचिव भिक्षु डा रत्नेश्वर चकमा, भिक्षु वांगचुक दोरजे नेगी सहित कुल 46 वक्ताओं द्वारा तीन दिनों तक बौद्ध धर्म, पाली और संस्कृत भाषाओं की परंपराओं की आधुनिकता पर चर्चा करेंगे.
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है कि जटिल पहलुओं पर बातचीत को बढ़ावा देना और 21वीं सदी में बौद्ध धर्म की विकसित भूमिका का पता लगाना. साथ ही बौद्ध धर्म की गहन शिक्षाओं पर चर्चा होगी. कार्यक्रम का समापन 23 दिसंबर को विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर में विश्व शांति प्रार्थना के साथ होगा.
समापन कार्यक्रम से पूर्व दलाईलामा सुबह में महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में विशेष पूजा- अर्चना करेंगे. इसके बाद तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन करेंगे. 21 दिसंबर को इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी शामिल होने की संभावना है.