पटना: बिहार कांग्रेस के विधायकों में फूट का डर पार्टी के लिए परेशानियों का शबाब बनता जा रहा है. सूबे में बदले सियासी समीकरण के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस विधायकों के एक धड़े में पार्टी से अलग होने की चर्चा है. कांग्रेस विधायकों को लेकर चल रही इस अटकलबाजी के बीच अब कांग्रेस विधायकों को अचानक से दिल्ली से हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 19 में 17 से विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है. एक दिन पहले ही दिल्ली बैठक में कांग्रेस विधायकों को बिहार से बाहर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था.
दरअसल, 28 जनवरी को नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होकर एनडीए संग मिलकर सरकार बनाने के बाद से ही कांग्रेस में टूट की चर्चा जोर पकड़ने लगी है. 28 जनवरी को कई कांग्रेस विधायक पूर्णिया गए थे. बाद में सभी 19 विधायकों के पार्टी के साथ एकजुटता दिखाने वाली तस्वीर भी पोस्ट की गई थी. हालांकि उसके बाद भी कांग्रेस में गुटबाजी की चर्चा जोरों पर है. इसमें कई विधायकों के पार्टी से अलग होकर अलग गुट के रूप में पार्टी बनाने की चर्चा भी है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान भी इन अफवाहों से परेशान है. पार्टी ऐसी किसी स्थिति को पाटने के लिए अभी से पूरी तरह सतर्क नजर आ रही है.
विधायकों को दिल्ली से हैदराबाद शिफ्ट करने के पीछे भी यही वजह मानी जा रही है. बिहार में नवगठित एनडीए सरकार को अभी विधानसभा में बहुमत भी साबित करना है. ऐसे में पार्टी बहुमत के पूर्व तक सभी विधायकों पर एक साथ नजर बनाए रखना चाहती है. इसके लिए रिसॉर्ट राजनीति की रणनीति को अंजाम दिया जा रहा है. 19 में से जिन 17 विधायकों ने दिल्ली की बैठक में हिस्सा लिया था उन्हें एक साथ हैदराबाद भेजने की चर्चा है. इससे किसी प्रकार की टूट को भी रोका जा सकता है.