Special Report जमशेदपुर एवं सरायकेला में इन दिनों हांडी मटन की बिक्री और इसके शौकीनों के तादाद लगातार बढ़ रहे हैं. मगर उन्हें सावधान रहने की जरूरत है. दरअसल हांडी मटन की आड़ में कारोबारी किसका मांस ग्राहकों को परोस रहे हैं इसपर सवाल उठ रहे हैं.
दुकान में एक लोहे के ट्रे में अंगीठी पर आग में हांडी चढ़ा हुआ दिखाकर दुकानदारों द्वारा दावा किया जाता है कि वे दुकान में ही मटन तैयार कर रहे हैं, मगर ऐसा नहीं है. मटन तैयार कहीं और होता है और डिलीवरी कहीं और की जाती है. 7 से 8 सौ रुपए प्रति किलो बिकनेवाला मटन तैयार कर 1100 रुपये में इनके द्वारा बेचा जाता है. सबसे अहम मुद्दा मटन के शुद्धता का है. अमूमन लोग हर होटलों में मटन सिर्फ इसलिए नहीं खाते हैं क्योंकि उन्हें मटन के शुद्धता पर शक बना रहता है, ऐसे में हांडी मटन के शुद्धता की क्या गारंटी है. विदित हो कि जमशेदपुर से लेकर सरायकेला तक इन दिनों हांडी मटन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जहां लोग बड़े शौक से हांडी मटन खाने जुट रहे हैं. उन्हें सावधान रहने की जरूरत है.