जमशेदपुर के बाराद्वारी के देवनगर स्थित विवेकानंद नारी आश्रम की एक युवती सुनीता सामंत 10 माह के एक बच्चे को गोद में लेकर थाना प्रभारी आदित्यपुर से न्याय की गुहार लगा रही है. सुनीता ने आपबीती बताते हुए कहा, कि 2 साल पूर्व अमरेंद्र पांडेय नामक युवक से साकची में मिली, वह किसी कंपनी में काम करता था और बराबर आश्रम के आसपास आता जाता रहता था. वह पलामू जिले के रेहला थाना अंतर्गत गोदराम का रहनेवाला है. उसने बताया कि युवक के प्रेमजाल में फंसकर वह नारी आश्रम से भागकर बिहार के छपरा चली गई जहां मंदिर में शादी रचाकर युवक उसे कर गम्हरिया ले आया. यहां बोलायडीह में किराए के मकान में डेढ़ साल तक रखा. अब जब मुझे 10 माह का बेटा है तो 3 माह से मुझे छोड़कर गांव चला गया है. फोन करने पर गाली- गलौज करता है और वहां जाने पर जान मारने की धमकी दे रहा है. सुनीता सामंत कह रही है, कि उसके पास खाने पीने और घर का किराया देने तक का पैसा नहीं है. बच्चे को कैसे पालेगी. सुनीता ने बताया कि उसका पति पूर्व से ही शादीशुदा था अब तीसरी शादी करने की नीयत से वह किसी अन्य लड़की के चक्कर में फंसा है. इधर 12 दिन तक थाना का चक्कर लगाने के बाद थाना प्रभारी ने प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. थाना प्रभारी ने सुनीता को आश्वस्त किया है कि उसे कानूनी तौर पर इंसाफ मिलेगा.
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