बांका/ Ranjan Kumar जिले के रजौन प्रखंड क्षेत्र के संझा श्यामपुर पंचायत के वार्ड संख्या एक में बुधवार की रात बड़ी घटना घटित हुई है. जहां आंगनबाड़ी केंद्र रेयपुरा केंद्र संख्या आठ का भवन भरभरा कर गिर गया. गनीमत रही कि घटना रात को हुई अन्यथा सुबह के वक्त जब यहां बच्चों की मौजूदगी रहती है उस वक्त यदि यह घटना होती तो माजरा कुछ और ही होता.
बता दें कि यहां सेविका- सहायिका सहित 40 छोटे- छोटे मासूम बच्चों का नामांकन है. ऊपरवाले का लाख- लाख शुक्रिया कि बड़ी अनहोनी टल गयी. बताया जाता है कि आंगनबाड़ी केंद्र का भवन काफी जर्जर हो चुका था. भवन के छत का प्लास्टर आए दिन झड़ते रहते थे. 40 बच्चों सहित केन्द्रकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे थे. विभागीय स्तर पर सूचना के बाद भी वरीय अधिकारियों ने इसपर संज्ञान नहीं लिया जिसका परिणाम आज सामने है. संझा श्यामपुर के वर्तमान मुखिया प्रतिनिधि व पूर्व मुखिया परशुराम मंडल ने मौके पर पहुंचकर वस्तु स्थिति का जायजा लिया. आंगनबाड़ी केंद्र भवन के गिरने पर प्रश्न पूछने पर उन्होंने बताया कि मैं आम सभा में ग्रामीणों की बातों को रखते हुए इस प्रकरण को उठाया था, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस पहल नहीं हो पाई थी. गनीमत रही कि यह भवन बुधवार को रात्रि के 9:00 बजे ढहा, अगर यह घटना विद्यालय पठन- पाठन के समय घटती तो एक बहुत बड़ा हादसा संभव था. मैं ईश्वर का प्रार्थी हूं जो यह भयानक हादसा टल गया. सेविका पति ने जानकारी दी कि इसकी जानकारी सेविका ने एलएस रजौन को मोबाइल के माध्यम से दे दी है. वहीं सीडीपीओ रजौन का फोन रिसीव नहीं हुआ. आगे एलएस ने लिखित रूप से आवेदन देने की बात कही है. सवाल ये है कि इस मामले पर जिम्मेवारी किसकी तय होगी यह देखना दिलचस्प होगा.