औरंगाबाद/ Dinanath Mouar जिले के बड़ेम ओपी थाना क्षेत्र के कांकेर ग्राम में ससुराल आए युवक की रहस्यमयी मौत हो गयी. जिसका शव महुआव ग्राम के सोन नदी के तट से बरामद किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि सुबह जब शौच के लिए कुछ ग्रामीण सोन नदी किनारे गये तो एक गड्ढे में युवक का शव पड़ा हुआ देख इसकी सूचना बड़ेम ओपी को दिया गया.
सूचने मिलते ही बड़ेम ओपी प्रभारी धनंजय कुमार सिंह दल- बल के साथ मौके पर पहुच शव को अपने कब्जे में लेते हुए शिनाख्त हेतु महुआव ग्राम के पास बारुण नबीनगर मुख्य सड़क पर लाया. जहां शव की पहचान रिसियप थाना क्षेत्र के मुकुन्द ग्राम निवासी सीताराम रविदास के 25 वर्षीय पुत्र मुकेश राम के रूप में किया गया. बताया जाता है कि मुकेश राम अपने साले की शादी में ससुराल कांकेर ग्राम निवासी रामआशीष राम के घर आया हुआ था. घटना की जानकारी देते हुए ससुराल पक्ष ने बताया कि मुकेश राम दिमागी विक्षिप्त थे, जो बारात लौटने के बाद घूमने की नियत से सोन किनारे गए हुए थे. जहां नदी में डूबने से उनकी मौत हो गई.
वही मृतक के परिजनो का कहना है कि मुकेश का कई बर्षों से ससुराल वालों के साथ विवाद चल रहा था. ससुराल वालों ने मृतक की पत्नी के कहने पर मुकुन्द में भी आकर मृतक को कई बार मारपीट किया था. लेकिन इसबार उसे साले की शादी का झांसा देकर घर से उठाकर कांकेर ले जाया गया. जहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई, और साक्ष्य को छुपाने के नियत से शव को सोन नदी के पास एक गड्ढे में फेंक दिया गया है.
वही मृतक के परिजनों ने बड़ेम ओपी प्रभारी पर संगीन आरोप लगाते हुए बताया है कि बड़ेम ओपी प्रभारी के द्वारा हमे प्रलोभन दिया जा रहा था कि अगर आप हत्या करने का आरोप लगाते है तो सरकार से मिलने वाली 4 लाख रुपये की सहायता राशि का लाभ नही मिलेगा. इसलिये जो मैंने नदी में डूबने से मौत का दस्तावेज बनाया हूं उसपर आप हस्ताक्षर कर दीजिए, जिससे आपको फायदा मिल सकता है, कहा मैंने उस दस्तावेज पर हस्ताक्षर नही किया, लेकिन हमें विश्वास है कि बड़ेम ओपी प्रभारी द्वारा इस मामले में हेरा फेरी किया जा सकता है, इसलिए मृतक के परिजनों ने जिले के वरीय पुलिस अधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए घटना की गंभीरता से जांच कराए जाने की मांग की है. ताकि एक कमजोर और लाचार बाप को न्याय मिल सके.