औरंगाबाद/ जिले में एक आशिक ने प्रेमिका के साथ लव, सेक्स और धोखा का घिनौना खेल खेला है. पहले तो उसने युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया और युवती भी उसके प्रेम जाल में फंसकर उसकी प्रेमिका बन गई. प्रेमिका को वह एक- दो साल नहीं बल्कि पूरे सात साल तक बहलाता- फुसलाता रहा उसके शरीर से खेलता रहा, यानी प्रेमिका को शादी का झांसा देकर यौन शौषण करता रहा.
इतना ही नहीं जब प्रेमिका गर्भवती हो गयी तो उसका गर्भपात भी करा दिया. फिर भी प्रेमिका भरोसा करती रही. प्रेमिका ने जब शादी के लिए दबाव बनाया तो प्रेमी ने भरोसा जताने के लिए एक मंदिर में गंधर्व विवाह भी रचा लिया. कुछ महीनों तक यह भी चला. इस बीच उसे पता चला कि उसका प्रेमी पहले से ही शादीशुदा है. यह सुनते ही वह दंग रह गई. अपना सब कुछ पहले ही लुटा चुकी युवती ने मजबूरी में धोखेबाज प्रेमी से ही शादी करने का फैसला लिया. नतीजा कोई और चारा न दिखने पर प्रेमिका ने शादीशुदा होने के बावजूद धोखेबाज प्रेमी से ही शादी करने का इरादा किया और शादीशुदा प्रेमी की दूसरी बीवी बनने के लिए ब्याह रचाना ही सही समझा.
लिहाजा मन मारकर इस विकल्प का इस्तेमाल करने के लिए उसने प्रेमी पर ओरिजनल वाली शादी करने का दबाव बनाया. यह दबाव पड़ते ही प्रेमी शादी करने से मुकर गया और अपना घर छोड़कर फरार हो गया. प्रेमी की बेवफाई से आहत हुई प्रेमिका अब घायल नागिन बनी फुफकारती हुई न्याय के लिए दर- दर भटक रही है और जमाने की ठोकरें खा रही है.
न्याय की उम्मीद लिए प्रेमिका शनिवार को औरंगाबाद की पुलिस कप्तान स्वपना गौतम से मिली. उसने एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि आप महिला है. आपसे ही मुझे न्याय की उम्मीद है. आप न्याय की देवी के रूप में मुझे न्याय दिलाइएं. युवती से आवेदन लेने और उसकी दुःख भरी कहानी जानने के बाद पुलिस अधीक्षक ने उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है.
प्रेमिका ने एसपी को दिए आवेदन में कहा है कि उसके साथ बेहद घिनौना खेल खेलने वाला कोई और नहीं बल्कि शहर के एक वार्ड पार्षद का बेटा है. बालिग वार्ड पार्षद के बेटे ने ही उसे अपने प्रेमजाल में उस वक्त फंसाया जब वह नाबालिग थी. उसके प्रेम में पागल होकर उसे अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया. इतना ही नहीं वार्ड पार्षद के पुत्र ने उसके साथ इस शर्त पर मंदिर में शादी कर ली कि वह सिंदूर नहीं लगाएगी. जब वास्तविक शादी होगी तब वह अपनी मांग में सिंदूर लगाएगी. वर्ष 2020 में जब प्रेमी को पता चला कि वह गर्भवती हो गई है तो उसने बहला- फुसलाकर गर्भपात भी करा दिया. इसके बाद से प्रेमी के व्यवहार में परिवर्तन आने लगा. सब कुछ जानते हुए प्रेमिका ने जब प्रेमी पर शादी करने का ज्यादा जोर जमाया तो अंततः प्रेमी शादी के लिए रजामंद हुआ. निबंधन कार्यालय में मैरिज करने के लिए आवेदन दिया, शादी के डेट पर प्रेमी नही आया. फिऱ दोनो ने मिलकर पटना के निबंधन विभाग में शादी के लिए आवेदन दिया. आवेदन के बाद पहली तारीख इसी साल के 27 मई की पड़ी. फिर दूसरी तिथि 15 जून की पड़ी लेकिन दोनों में से किसी भी तारीख पर वह रजिस्ट्रार के समक्ष शादी के लिए हाजिर नहीं हुआ.
इसके बाद प्रेमिका ने जब प्रेमी से बात करने के लिए फोन लगाया तो फोन उसके छोटे भाई ने उठाया और काफी गाली- गलौज करते हुए जान मारने की धमकी दी. प्रेमिका ने बताया कि न्याय के लिए वह 16 जून को औरंगाबाद महिला थाना गई तो वहां भी प्रेमी के परिवार वालों ने इशारों- इशारों में जान मारने की धमकी दी. प्रेमिका ने एसपी को कई साक्ष्य की भी जानकारी दी है और कहा है कि जब भी जरूरत पड़ेगी, वह उसे प्रस्तुत कर सकती है. उसने एसपी से न्याय दिलाने की प्रार्थना की है. बताया जाता है कि आरोपित प्रेमी पहले से ही शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं. अब देखना यह है कि प्रेमिका को न्याय मिलता है या वह न्याय की आस लिए यूं ही दर- दर भटकती रहेगी.