औरंगाबाद (Dinanath Mauar) बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत की पोल सदर अस्पताल औरंगबाद में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मी ने खोली है. आज जहां बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़े- बड़े दावे कर रही है, वहीं औरंगाबाद के सबसे बड़े हॉस्पिटल जो सदर हॉस्पिटल के नाम से जाना जाता है इस हॉस्पिटल को मॉडल हॉस्पिटल का दर्जा भी प्राप्त है, वहां की पड़ताल ने सारे दावे खोखले साबित कर दिए.
बीती रात तकरीबन 10:00 बजे मीडिया की एक टीम सदर अस्पताल पहुंची. काउंटर पर जाकर पूछा क्या डॉक्टर साहब यहां उपस्थित हैं. काउंटर पर ड्यूटी बजा रही महिला कर्मी ने दो डॉक्टर उपस्थित होने की बात कही. जब डॉक्टरों से मिलने मीडियाकर्मी वार्ड पहुंचे और वहां उपस्थित महिला स्वास्थ्य कर्मी से डॉक्टर की उपस्थिती के सम्बंध में जानने का प्रयास किया तो उसने पूरे व्यवस्था की पोल ही खोलकर रख दी.
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महिला कर्मी ने बताया कि कभी भी डॉक्टर यहां पर उपस्थित नहीं रहते है. उसने यह भी बताया कि आज नाइट ड्यूटी में डॉ इन्द्रा प्रियदर्शी मैडम है. उनकी उपस्थिति रजिस्टर में जरूर है, लेकिन वह शेरघाटी में रहती है, जो औरंगाबाद से 60 से 70 किलोमीटर दूर है. बोलते है कोई इमरजेंसी होगा तो फोन करना. जब उनको फोन करते है तो उनको आने 2 घंटा से ऊपर लग जाता है. तबतक यहां बहुत कुछ हो जाता है जिसका नतीजा हमलोगों को भुगतना पड़ता है. जब यह पूछा गया की क्या इसकी शिकायत आप वरीय अधिकारियों से किया है ? उन्होंने बताया कि सब डीएम और सिविल सर्जन की जानकारी में ही होता है.
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महिला स्वास्थ कर्मी सदर हॉस्पीटल औरंगबाद
जब इस बिंदु पर वहां उपस्थित मरीज के परिजन से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि हमलोग तकरीबन तीन घंटा से यहां हैं, और मरीज की हालत गम्भीर है, लेकिन अभीतक कोई डॉक्टर देखने नहीं आया है. जब भी पूछ रहे है कि डॉक्टर साहब कहां हैं, तो बताया जा रहा है कि, आ रही है. जिसको लेकर मरीजों के परिजन खासे आक्रोशित नजर आए. जो अप्रिय घटना की संकेत दे रहा था. अगर समय रहते व्यस्था में सुधार नहीं होता है, तो आने वाले दिनों में कभी भी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
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मरीज के परिजन