औरंगाबाद/ Dinanath Mouar जिले में आज भी आस्था के आगे विज्ञान नतमस्तक नजर आता है. जी हां यहां हम एक ऐसे मंदिर की बात कर रहे हैं. जहां आज भी विज्ञान नतमस्तक हो जाता है. ऐसा लोगो का मानना है. क्योंकि उस मंदिर के पास जाने मात्र से किसी भी व्यक्ति को अगर विषैले जन्तु काट लिया हो तो वह छू मंतर हो जाता है और इंसान ठीक होकर घर लौट जाता है. जिसको लेकर लोगो मे बहुत बड़ी आस्था है.
औरंगाबाद जिला के मदनपुर प्रखंड के वार गांव स्थित प्राचीन काल का निर्मित नाग देवता की मंदिर है. जहां श्रावण मास के नाग पंचमी तिथि को यानी आज यहां भव्य पूजा- अर्चना और मेले का आयोजन किया जाता है, और प्रसाद के रूप में नाग देवता को लावा और दूध चढ़ाने की प्रथा है. जहां आज लाखो की संख्या में श्रद्धालु पहुच कर नाग देवता की पूजा अर्चना कर रहे है.
जब इस पूजा अर्चना तथा लोगो की आस्था के बारे में यहां उपस्थि भक्तों की सेवा में तत्पर मदनपुर क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य शंकर यदवेन्दु से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि वार गांव में नाग बाबा का एक प्राचीन मंदिर है. जहां से लोगो का आस्था जुड़ा हुआ है जिसको लेकर आज के दिन यहां लाखो की संख्या में लोग पूजा- अर्चना करने जुटते है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आज के दिन औरंगाबाद जिला के कई प्रखंड के लोग नमक ग्रहण नहीं करते है, आज के दिन इस इलाके के लोग केवल मीठा भोजन ही ग्रहण करेंगे.
जब पत्रकारों के टीम द्वारा यह पूछा गया कि इतनी भीड़ लगने का कारण क्या है. इसपर उन्हों ने बताया कि आज के दिन जो भी व्यक्ति नाग देव का पूजा अर्चना करता है उन्हें कभी विषैले जीव जंतु नही काट सकते अगर काट भी दिया तो उन्हें कुछ नही होगा, ऐसा लोगो का मानना है.