औरंगाबाद/ Dinanath Mouar जिले के हसपुरा में एक विवाहिता दहेज की बलि चढ़ गई है. दहेजलोभियों ने पीट पीटकर संध्या नामक विवाहिता की महज इसलिए जान ले ली क्योंकि उसके पिता दहेज में चार चक्क गाड़ी और पांच लाख रुपए देने में असमर्थ थे. हत्या का आरोप संध्या के पति चुन्नु, ससुर राजेन्द्र सिंह और सास बीजांति देवी पर लगा है. हैरानी की बात यह है कि संध्या का शव बरामद नहीं हुआ है, संध्या के ससुराल में पुलिस को कोई नहीं मिला जिसके बाद पुलिस ने मकान को सील कर अपनी तफ्तीश तेज कर दी है. फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं.
*क्या है मामला*
औरंगाबाद जिले ओबरा थाना क्षेत्र के भरुब गांव निवासी योगेंद्र सिंह ने बताया कि वे अपने पुत्री बबिता कुमारी उर्फ संध्या की शादी हसपुरा थाना के बरेलीचक निवासी राजेन्द्र सिंह के छोटे बेटे विमल प्रकाश उर्फ चुन्नु से 2017 में किया था. शादी के कुछ महीने तक सब ठीक से चल रहा था. उसके बाद बेटी के ससुराल वाले ने उनसे फोर व्हीलर के लिए पांच लाख रुपये की मांग करने लगे. इसको लेकर दोनों पक्षों में कई बार समझौता भी हुआ था. घटना के दिन विवाहिता के फूफा बेल्हाड़ी निवासी संजय सिंह भी समझाने- बुझाने आये थे, लेकिन बबिता को उनसे नहीं मिलाया गया. विवाहिता के परिजनों ने बताया कि उसे जानकारी मिली कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गयी है. जब वे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बेटी के घर पहुंचे तो पाया कि घर में ताला लगा हुआ है. आस- पड़ोस के लोगों से पता चला कि बीती शाम 7:00 बजे काले रंग के स्कार्पियो में शव को लादकर घर के सारे सदस्य कहीं चले गए है. जिसके बाद विवाहिता के पिता ने हसपुरा थाने में आवेदन देकर बेटी की हत्या कर शव को छुपा देने का आरोप विवाहिता के पति चुन्नु, ससुर राजेन्द्र सिंह, सास बीजांति देवी सहित अन्य लोगों को आरोपी बनाया है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मकान को सील कर दिया. जांच के दौरान फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से कई सबूत इकठ्ठा किए हैं. पुलिस ने खून से सने कपड़े और ब्लेड बरामद किए हैं. जिसे पुलिस जप्त कर अपने साथ ले गई है. थानाध्यक्ष ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में सबूत मिल गया है. जल्द ही मामले का उद्भेदन हो जाएगा.
*बुधवार के दोपहर ढाई बजे तक विवाहिता से हुई थी बात*
बबिता के फूफा संजय सिंह ने बताया कि बुधवार को बबिता के ससुर राजेन्द्र सिंह ने फोनकर कहा कि बेटा और पुत्रवधू बहुत झगड़ा कर रहे है. आप आकर समझाइए. चूंकि संजय पहले भी समझौता करा चुके थे इसलिए इसे गंभीरता से नहीं लिया. इसी बीच लगातार उनकी पत्नी के साथ बबिता की बात होती रही. ढाई बजे के बाद नहीं हुआ. संजय जब समझाने उनके घर पहुंचे तो चुन्नु ने कहा कि बबिता आपसे बहुत डरती है इसलिए सामने नहीं आना चाहती है. उसके बाद चुन्नु और राजेंद्र सिंह दूसरे घर पर ले जा कर बातचीत किया जहां चुन्नु ने अब से झगड़ा नहीं करने का आश्वासन दिया. उसके बाद संजय अपनी बहन के घर मोहन बिगहा चले गए. जहां रात 8:00 बजे सूचना मिला कि बबिता की हत्या हो गयी है. बबिता के ससुराल वालों का मोबाईल भी बंद हो गया था. उसके बाद सभी हसपुरा थाना पहुंचे और घटना की जानकारी हसपुरा थाना पुलिस को दिया गया. हसपुरा थाना पुलिस बबिता की तलाश में जुट गई है. वैसे जबतक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं, बबिता का शव बरामद नहीं होता है तबतक पुलिस भी स्पष्ट तौर पर कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं है.