औरंगाबाद/ Dinanath Mouar : विकास का दावा करने वाली सरकार में 35 वर्षो में ग्रामीणों को महज एक अच्छी सड़क भी नसीब नही हो सकी है, जबकि बिहार में हरेक जगह अच्छी सड़क होने का दावा तो जरूर किया जाता है मगर हकीकत कुछ और ही है. सरकार में रहते हुए इस सड़क की दशा और दिशा नही बदली. तस्वीरों में आप खुद ही देख सकते है कि यह चतरा नवीनगर मुख्य पथ पर स्थित सुंदरगंज बाजार की मुख्य सड़क है जो ऐसे नेता का बाट जोह रहा है जो इस सड़क का उद्धार कर सके ताकि लोगो को आने जाने में परेशानियों का सामना न करना पड़े.
लोकसभा का चुनाव भी नजदीक आ गया है ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा की जनप्रतिनिधि की नजरे कब इस सड़क पर इनायत होगी और इस सड़क का जीर्णोद्धार होगा. यह वही मुख्य बाजार है जहां सैकड़ों गांवों के ग्रामीण रोजमर्रा की खरीददारी करने इसी बाजार में आते हैं. अगर बारिश हो जाती है तो ग्रामीण बाजार में नही आ पाते. इसका मुख्य कारण है बाजार में काफी जल जमाव का होना. अगर इक्का दुक्का ग्रामीण आते भी हैं तो वो जल जमाव के कारण दुर्घटना का शिकार हो जाते है. हालांकि सरकार महागठबंधन की है और सांसद भी जेडीयू कोटे से जीतते आ रहे हैं जिनका नाम है महाबली सिंह जो काराकाट लोकसभा क्षेत्र के सांसद हैं. हैरानी की बात तो यह है की उनका संसदीय क्षेत्र रहने के कारण सांसद महोदय का आना जाना भी लगा रहता है मगर उनका ध्यान इस मुख्य बाजार पर आजतक नही गया.
लोकसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं अब देखना यह होगा की सांसद महोदय चुनाव के पहले इस बाजार का उद्धार करवाते है या स्थिति ज्यों का त्यों बना रहता है. ऐसे में 3 प्रखंड वाले 100 गांव के लोगो का मुख्य बाजार यही है. ग्रामीणों का कहना है कि 35 सालो से इसकी यही दशा है। इस सड़क की खातिर जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकारी मुलाजिमों तक गुहार लगा चुके है मगर सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिला है. यहां तक कि कितनी बार बताया गया की इसका टेंडर हो चुका है पर आज तक यह सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। ग्रामीणों ने इस बार के चुनाव में नेताओ को सबक सीखा देने का मन भी बना लिया है.
इस बारे में जब महागठबंधन के सरकार में रहे कांग्रेस नेता शैलेंद्र कुमार दुबे से बात की गई तो वो पत्रकार पर ही अपनी भड़ास निकालते हुए विकास पुरुष नीतीश कुमार की पोल खोलकर रख दी. उनका कहना था की जब विकास धरातल पर दिखे तब ही न विकास तो सिर्फ कागजों पर ही हो रहा है.