औरंगाबाद / Dinanath Maur, औरंगाबाद शहर के जसोईया स्थित सीतयोग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सचिव राजेश कुमार से साइबर अपराधियों ने 5 लाख 60 हजार 600 रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. मामले को लेकर साइबर थाना में एफआईआर दर्ज करायी गयी है. साइबर फ्रॉड के शिकार हुए इंस्टीट्यूट के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि उन्हें विगत 22 जून को एचसीएल के सेल्स मैनेजर धीरज के नाम से फोन आया. सीतयोग इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोंलॉजी में एचसीएल परीक्षा केंद्र खोलने का प्रस्ताव रखा. प्रस्ताव सुनने के बाद सचिव ने अपने ईमेल पर विवरण मांगा, जिसका जवाब देते हुए 22 जून को ही फ्रॉड की तरफ से ई-मेल के माध्यमं से विवरण और आवेदन पत्र साझा किया गया.
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टीसीएस ने कई साल पहले ही सीतयोग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोंलॉजी में एक कंप्यूटर परीक्षा केंद्र स्थापित किया है, जिसमें 500 कंप्यूटर लगाए गए हैं. इसलिए सचिव ने एचसीएल कंपनी पर विश्वास कर लिया और फॉर्म भर दिया. फॉर्म भरने के बाद फ्रॉड ने उनसे पिछले 4 जुलाई को 36 हजार 600 रिफंडेबल राशि ली और एक-एक करके उसने अन्य राशि मांगी. झांसे में आकर सचिव ने कुल 5 लाख 60 हजार 600 रुपये भेज दिये. अब फ्रॉड का फोन लगातार बंद आ रहा है और इ-मेल से कोई जवाब नहीं मिल रहा. इस संबंध में साइबर थानाध्यक्ष आकाश कुमार यादव ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. अनुसंधान जारी है.
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