औरंगाबाद: जिले के बारुण मुख्यालय स्थित केशव मोड़ पर लक्ष्मी कॉम्प्लेक्स में रह रहे सिमर इंफ्रास्ट्रक्चर के विरुद्ध वाणिज्य कर विभाग द्वारा छापेमारी की गई .जिसमें कई दस्तावेज की जांच की गई है. टीम का नेतृत्व कर रहे राज्य कर सहायक आयुक्त ने बताया कि राज्य कर संयुक्त सचिव सुनील कुमार के निर्देश पर टीम का गठन किया गया है. जिसमे सहायक आयुक्त मनोज कुमार पाल, सहायक आयुक्त सुजीत कुमार, सहायक आयुक्त प्रांजल सिंह शामिल है.
वही श्री सुमन ने बताया कि औरंगाबाद जिले में बड़े पैमाने पर कार्य संवेदक निबंधित है, किंतु इनके द्वारा ससमय विवरणी दाखिल नही किया जा रहा है. उनके द्वारा कर का भुगतान सौ प्रतिशत आईटीसी के द्वारा किया जाता है, लेकिन जीएसटी एक्ट के अनुसार नगद के रूप में कर जमा किया जाना चाहिए. इस सम्बंध में राज्य कर संयुक्त सचिव सुनील कुमार द्वारा पूर्व में बैठक कर कार्य संवेदक को निर्देश दिया गया था. बावजूद इसके कई कार्य संवेदक न तो ससमय विवरणी दाखिल कर रहे है और ना ही करदाता नगद के रूप में भुगतान कर रहे हैं. इसी अनियमता के क्रम में ही बारुण के केशव मोड़ लक्ष्मी कॉम्प्लेक्स में स्तिथ सिमर इन्फ्राट्रक्चर लिमिटेड के कार्यालय सह आवास पर छापेमारी की गई.
श्री सुमन ने बताया कि इस दौरान कई कागजातों की जांच की गयी है. उक्त कम्पनी द्वारा ससमय विवरणी जमा नही किया जा रहा है और न ही नियमानुसार नगद कर देय किया जा रहा है. उक्त फर्म के प्रोपराइटर नीरज कुमार है जो हरियाणा से है. इस फर्म का कार्य सर्विस प्रोवाइडर का कार्य करता है. उन्होंने बताया कि उक्त फर्म का एनटीपीसी में कार्य चल रहा है. राजस्व के नुकसान के बारे में जानकारी लेने पर अधिकारियों ने कहा कि पूरी तरीके से जांच होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, लेकिन जानकारी के अनुसार बड़े पैमाने पर राजस्व की हानि हुई है. साथ ही कहा कि औरंगाबाद जिले के 182 व्यापारियों की कुंडली खंगाली जा रही है. अगर ये व्यापारी टैक्स नगद के रूप में जमा नहीं करेंगे तो इनके यहां कभी भी छापा पड़ सकता है. साथ ही इन सभी पर वाणिज्य कर विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है. कुछ ऐसे व्यापारी भी हैं, जो माल बाहर से मंगाते हैं, लेकिन ये न तो इस माल को बिक्री में दिखाते हैं और ना ही स्टॉक में. ऐसे व्यापारियों पर नजर रखी जा रही है. वही कुछ व्यापारियों के ई- वे बिल की भी जांच की जा रही है.
बाईट
वाणिज्य कर अधिकारी