औरंगाबाद/ Dinanath Mouar : कैलाशपति मिश्र भाजपा के केवल कार्यकर्ता नहीं बल्कि एक विचारधारा है. वे भाजपा पार्टी के रीढ़ थे. उन्हें भाजपा के दधिचि और भीष्म पितामह के नाम से जाना जाता हैं. ये बातें मंगलवार को जिला अतिथि गृह में मीडिया को संबोधित करते हुये राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के पूर्व सदस्य सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता योगेन्द्र पासवान ने कही. उन्होंने बताया कि भाजपा के संस्थापक सदस्य कैलाशपति की 100वीं जयंती समारोह को बिहार भाजपा जन्मशताब्दी वर्षगांठ के रूप में मनाएगी. इसके तहत लगातार एक महीने तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा पटना में कैलाशपति मिश्र की जन्म-जयंती के मौके पर पांच अक्तूबर को होगी. पटना के बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश के सभी शक्ति केंद्र प्रमुख, मंडल अध्यक्ष और कमेटी सदस्य तथा प्रदेश के अधिकारी हिस्सा लेंगे.
सभी जिलों में समारोह आयोजित कर जनसंघ और भाजपा के पुराने साथियों को सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 06 अप्रैल 1980 में भाजपा की स्थापना हुईं तो वह बिहार के प्रमथ प्रदेश अध्यक्ष बने. 1977 में कर्पूरी ठाकुर जी के मंत्रि मंडल में वित्त मंत्री बने. बिहार में 26 प्रतिशत आरक्षण लागू करवाने में अहम भूमिका निभाई जिसने 12 प्रतिशत अति पिछड़ा समाज, 8 प्रतिशत पिछड़ा, 3 प्रतिशत समान्य वर्ग एवं 3 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षण लागू करवाने का काम किया. उन्होंने पांच अक्टूबर को बापू सभागार में होने वाले विशेष कार्यक्रम को लेकर औरंगाबाद जिले के अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को भाग लेने की अपील की है. इस दौरान जिला अध्यक्ष मुकेश शर्मा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनिल सिंह, कोषाध्यक्ष आलोक सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह , दीपक सिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.