औरंगाबाद / Deenanath Mouar वीआईपी सुप्रीमो सह पूर्व पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी सोमवार को औरंगाबाद पहुंचे. यहां वह गुरु पूर्णिमा व महर्षि वेद व्यास जयंती सह पूजा समारोह में शामिल हुए. समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने बातों-बातों में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव की तैयारी का आगाज कर दिया. उन्होंने कहा कि कहा कि दिल्ली में अभी प्रधानमंत्री की सरकार चल रही है, लेकिन हमें उससे मतलब नहीं. क्योंकि अभी हम न तो लेफ्ट में हैं और न ही राईट में.
श्री सहनी ने कहा कि हमें मतलब इस बात से है कि जो हमारी सुनेगा हम उसी की सुनेंगे. क्योंकि राजनीति में जिसके पास दल है उसी के पास बल है. और उसी की समस्या का हल भी हुआ है. उन्होंने कई नेता का नाम लेते हुए कहा कि इन सबू ने अपने समाज के लिये लड़ाई लड़ी और फतह भी हासिल की है. इसलिए हमें भी एकजुट होना होगा. अपने आरक्षण के लिए लड़ना होगा. क्योंकि हमें अपने लोगों की समस्या का हल चाहिए और आरक्षण कोई नई बात नहीं है. कई राज्यों में हमारे समुदाय के लोगों को आरक्षण मिलता लेकिन बिहार, यूपी, झारखंड किन राज्यों में है, इन राज्यों में हमें आरक्षण से वंचित रखा गया है उन्होंने यह भी कहा कि न ही मुझे प्रधानमंत्री बनने की लालसा है और न ही सांसद बनने की. क्योंकि हमारी लड़ाई वैसे लोगों के लिए है जो किसी भी जाति के हो और वे शोषित है. बस उनकी लड़ाई के लिए हम खड़े हैं और लड़ रहे हैं.
श्री सहनी ने यह भी कहा कि हमें समझौता करने को कहा गया और एक तरह से एक धमकी भी दी गई कि आपका वोट बैंक बिकाऊ है, उसे खरीद लेंगे, मगर हमने समझौता नहीं किया. बाकी आपके सामने है. श्री साहनी ने कहा कि निषाद जाति बिकाऊ नहीं है. अगर बिकाऊ है तो यह आने वाला वक्त ही बतायेगा, कि कौन बिकाऊ है. उन्होंने यह भी कहा कि आगामी चुनाव में हम न इधर हैं और न उधर हैं जो मेरी सुनेगा मैं उसी की सुनूंगा और उसी के साथ मिल कर 2024 का चुनाव भी लडूंगा.
Reporter for Industrial Area Adityapur