सरायकेला (Pramod Singh) इन दिनों सरायकेला बाजार में प्लास्टिक से बने अंडे बिक रहे हैं. प्लास्टिक के इन अंडों को खाने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. इसके अलावा इससे कई तरह की गंभीर बीमारियां जन्म ले सकती हैं. इसकी लिखित शिकायत सरायकेला के रंजन आचार्य ने अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला राम कृष्ण कुमार से किया है.
शिकायत में उन्होंने लिखा है कि सरायकेला बाजार में अंडा दुकानों में प्लास्टिक के अंडे बिक रहे हैं. उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी से इसकी जांच कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
वैसे यदि आप अंडे खाते हैं, तो ऐसे में आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. इन दिनों बाजार में नकली अंडे काफी ज्यादा बिक रहे हैं. वहीं कई लालची व्यापारी मुनाफे के चक्कर में इन अंडों को बाजारों में खुलेआम बेच रहे हैं. अगर आप असली और नकली अंडों में पहचान करना चाहते हैं. ऐसे में आप इन अंडों को अन्य अंडों के साथ मिक्स करके इसकी वास्तविकता के बारे में पता कर सकते हैं.
*ऐसे पहचाने नकली अंडे*
नकली अंडे का छिलका थोड़ा सख्त होगा. असली अंडे की तुलना में से थोड़ा खुरदुरा भी होगा. इसके अलावा छिलके के अंदर रबरनुमा कोटिंग भी होगी. असली अंडे को फोड़ने पर इसके अंदर का पीला यार्क और सफेद हिस्सा बाहर निकलेगा. नकली अंडे को फोड़ते ही उसे प्लेट में निकालकर देखें तो इसका यॉर्क कुछ ही सेकेंड में पिघलकर उसके सफेद हिस्से में मिलने लगता है. वहीं असली अंडे का पीला यॉर्क तब तक नहीं पिघलेगा या फटेगा, जब तक आप उसको खुद नहीं मिलाएंगे.
नकली अंडे का पीला यार्क पिघलकर प्लेट में पूरी तरह से फैल जाएगा. यही नहीं असली अंडे के यॉर्क की अपेक्षा ये कुछ ज्यादा ही पीला होता है. वहीं असली अंडे का यार्क तब तक एक ही जगह और अपने आकार में रहेगा जब तक आप खुद इसको नहीं मिलाएंगे.
नकली अंडे के छिलके को जला कर देखेंगे तो इसकी प्लास्टिक कोटिंग जलेगी. इसके जलने से बिल्कुल प्लास्टिक के जलने की बदबू आएगी और ये धीरे-धीरे आच से सिकुड़ता दिखेगा. नकली अंडे पक जाने के बाद भी पानी में डूबते नहीं हैं, ऊपर ही तैरने लगते हैं. वहीं असली अंडे उबल कर भारी हो जाने की वजह से पानी में डूब जाते हैं. नकली अंडों को कई तक बाहर खुले में छोड़ देंगे तो इनमें न तो मक्खी लगेंगी और न ही चींटी.