जमशेदपुर: अर्का जैन विश्वविद्यालय ने अपने शैक्षिक और औद्योगिक विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए एनआईटी जमशेदपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. यह एमओयू दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक सहयोग, शोध और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक साझेदारी स्थापित करेगा. एमओयू पर अर्का जैन विश्वविद्यालय के निदेशक सह रजिस्ट्रार डॉ. अमित श्रीवास्तव तथा एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) गौतम सूत्रधार ने हस्ताक्षर किये. इस दौरान विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट बोर्ड के चेयरपर्सन डॉ. एसएस रजी भी उपस्थित थे.

*नई ऊर्जा और दिशा का प्रतीक: निदेशक एनआईटी*
इस अवसर पर एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. (डॉ.) गौतम सूत्रधार ने कहा, “यह एमओयू दोनों संस्थानों के बीच एक नई ऊर्जा और दिशा का प्रतीक है. अकादमिक क्षेत्र में साझा प्रयासों के माध्यम से हम शोध, नवाचार, और औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस सहयोग से छात्रों और संकायों को उन्नत अनुसंधान और तकनीकी नवाचार में भागीदारी करने का मौका मिलेगा. हम इस साझेदारी के माध्यम से बेहतर शिक्षा और अनुसंधान की दिशा में काम करेंगे.”
एमओयू हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा: अमित श्रीवास्तव
अर्का जैन विश्वविद्यालय के निदेशक सह रजिस्ट्रार डॉ. अमित श्रीवास्तव ने कहा, “एनआईटी जमशेदपुर के साथ यह एमओयू हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यह एमओयू न केवल छात्रों को अनुसंधान, तकनीकी नवाचार और उद्योग के साथ समन्वय करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि हमारे संकाय के लिए भी नए दृष्टिकोणों और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा. हम इस साझेदारी से विश्वविद्यालय के शैक्षिक और व्यावसायिक विकास को एक नई दिशा देंगे.
इस अवसर पर एनआईटी जमशेदपुर आर एंड सी अनुसंधान एवं परामर्श के डीन प्रो एमके सिन्हा, आर एंड सी के एसोसिएट डीन डॉ. स्वागतदेब साहू, अर्का जैन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ ईश्वरन अय्यर, परिसर निदेशक सह डीएसडब्ल्यू डॉ अंगद तिवारी, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ जसबीर धनजल समेत अन्य उपस्थित थे. दोनों ही संस्थानों के इन अधिकारियों ने बताया कि यह एमओयू दोनों संस्थानों के छात्रों और संकायों के लिए कई फायदे लेकर आएगा. इसमें उन्नत अनुसंधान, तकनीकी नवाचार और इंडस्ट्री-कॉलेज इंटरफेस को बढ़ावा देने के साथ- साथ छात्रों के लिए नए करियर अवसरों और उद्योग आधारित शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे.
