चांडिल: पारसनाथ पहाड़ी को जैनियों से मुक्त कराने और सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर शनिवार को आदिवासी सेंगेल अभियान कोल्हान इकाई ने चांडिल पुरुलिया रेलखंड को करीब 3 घंटे जाम कर दिया.
अभियान के सदस्य रेलवे ट्रैक पर बैनर पोस्टर के साथ हजारों की संख्या में धरने पर बैठ गए. आंदोलनकारियों ने साफ कर दिया कि जब तक सरना धर्म कोड लागू नहीं किया जाता और पारसनाथ पहाड़ी को जैनियों से मुक्त नहीं कराया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
शनिवार सुबह करीब 6:00 बजे आंदोलनकारी बैनर पोस्टर के साथ रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और करीब 3 घंटे तक ट्रैक पर जमे रहे. इस दौरान पुरी- नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, बरकाकाना- हटिया पैसेंजर ट्रेन, टाटा दानापुर सुपर फास्ट एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें प्रभावित हुई.
3 घंटे बाद रेल पुलिस एवं जिला पुलिस के समझाने के बाद आंदोलनकारियों ने इस शर्त पर अपना आंदोलन वापस ले लिया, कि यदि 11 अप्रैल तक पारसनाथ पहाड़ी को आदिवासियों को नहीं सौंपा जाता है, तो 11 अप्रैल के बाद देशभर में रेल चक्का जाम किया जाएगा.
Reporter for Industrial Area Adityapur