आदित्यपुर: सरायकेला- खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस को एक ऐसे मामले में सहयोग कर मिसाल पेश किया है जो पश्चिम बंगाल की पुलिस को आईना दिखाने के लिए काफी है. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के बागमुंडी थाना क्षेत्र में हुए एक दोहरे हत्याकांड मामले में पुलिस को मुस्लिम बस्ती निवासी इमरान से पूछताछ करनी थी.
सूत्र बताते हैं कि इमरान के खिलाफ बागमुंडी थाने की पुलिस के पास ना तो वारंट था ना ही किसी तरह का कोई नामजद एफआईआर. फिर भी आदित्यपुर पुलिस ने बागमुंडी पुलिस को जांच में सहयोग करते हुए इमरान को तलब किया, जिससे दोपहर 12:00 बजे से ही बागमुंडी थाने की पुलिस पूछताछ करती रही, जो देर शाम तक चला रहा.
आपको याद दिला दे कि हाल में आरआईटी थाना क्षेत्र में हुए एक हत्याकांड मामले में अभियुक्तों को पकड़ने पश्चिम बंगाल के बागमुंडी गई आरआईटी पुलिस पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था. जिसमें पश्चिम बंगाल पुलिस की भूमिका सहयोगात्मक नहीं रही थी. उक्त घटना में थाना प्रभारी सहित कई जवान घायल हुए थे. हालांकि इमरान के परिजनों एवं मुस्लिम बस्ती के लोगों में पश्चिम बंगाल पुलिस के प्रति आक्रोश देखा गया लोग यह कहते सुने गए कि बगैर वारंट, बगैर नामजद एफआईआर के घंटों थाने में बैठाकर पूछताछ करना कहां तक जायज है. इस संबंध में पूछे जाने पर आदित्यपुर थाना प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल की पुलिस यहां जांच में पहुंची है. हम उन्हें पूरा सहयोग कर रहे हैं. बताया जाता है कि उड़ीसा निवासी शेख पप्पू एवं शेख अफ़रोज़ नामक युवक की एक माह पूर्व बागमुंडी में हत्या हुई थी. मामले की जांच के आईओ शेख फरुद्दीन हैं. पूछताछ में शेख फरुद्दीन और इंस्पेक्टर रजत चौधरी के साथ अन्य अधिकारी व जवान पहुंचे थे.