आदित्यपुर: सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर थाना अंतर्गत सतबोहनी दुर्गा मंदिर के समीप बीती रात हुए ट्रिपल मर्डर मामले की जांच करने बुधवार को एसपी आनंद प्रकाश घटनास्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने आसपास के लोगों से पूछताछ की. इस दौरान थाना प्रभारी आलोक कुमार दुबे भी मौजूद रहे. एसपी आनंद प्रकाश ने दावा किया है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
बता दें कि बीती रात अपराध कर्मियों ने अपराधी कर्मी आशीष गोराई के साथ दो अन्य युवकों राजीव गोराई और सुवीर चटर्जी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. आशीष गोराई का आपराधिक इतिहास रहा है. आशीष कांग्रेसी नेता शान बाबू हत्याकांड मामले में जेल जा चुका है. बताया जा रहा है कि बीती रात शेरू और छोटू राम नमक अपराधियों ने अन्य अपराधियों के साथ मिलकर ने घर के समीप मैदान में बैठकर पार्टी मना रहे आशीष गोराई पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई. जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. किसी को कुछ समझ में आता देखते ही देखते तीनों मौके पर ही ढेर हो गए.
जब तक पुलिस पहुंची और तीनों को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाती तीनों की मौत घटनास्थल पर ही हो चुकी थी. हालांकि मामले की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने औपचारिकता के तौर पर तीनों युवकों के शव को टाटा मुख्य अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. पुलिस इसे गैंगवार से जोड़कर देख रही है. आशीष गोराई और छोटू राम गैंगस्टर संतोष थापा का सहयोगी था. तीनों शान बाबू हत्याकांड में जेल गया था. एसपी अनंद प्रकाश ने मामले पर खुद मोर्चा संभाल रखा है. हालांकि इस संबंध में उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. फिलहाल मामले की छानबीन जारी है. वहीं परिजनों ने बताया कि तीन दिन पूर्व छोटू और आशीष के बीच झगड़ा हुआ था. इसको लेकर दोनों के बीच तनाव चल रहा था. बताया कि हत्यारों ने सबसे पहले आशीष को गोली मारी, इसी दौरान राजीव गोराई और सुधीर चटर्जी को भी गोली मार दी, ताकि इस घटना का कोई साक्ष्य ना रहे. बताया कि सभी एक ही गिरोह के सदस्य है. सूत्रों के अनुसार लड़की को लेकर छोटू और आशीष के बीच तीन दिन पूर्व विवाद हुआ था. यह घटना उसी का परिणाम है. फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. वहीं घटना के बाद तीनों के घरों में मातम छा गया है. घटना के बाद से संतोष थापा का मोबाइल स्विच ऑफ बताया जा रहा है.