आदित्यपुर: नगर निगम के वार्ड 20 स्थित श्रीनाथ ग्लोबल विलेज में पानी की घोर किल्लत के बीच रविवार को सोसाइटी वासियों के सब्र का बांध उस वक्त टूट गया जब बिल्डर द्वारा एक महीने में पानी का बिल 8 लाख का थमा दिया गया. इससे आक्रोशित सोसायटी वासियों ने बिल्डर और नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया.
बता दें कि श्रीनाथ ग्लोबल विलेज एक बड़ी रिहायशी सोसायटी है. यहां किरीब तीन सौ फ्लैट और डुप्लेक्स हैं. पिछले तीन महीने से यहां पानी की घोर किल्लत है. नगर निगम की ओर से टैंकर से जलापूर्ति कराया जा रहा है मगर वो नाकाफी है. इसकव देखते हुए बिल्डर ने प्राइवेट टैंकर से जलापूर्ति करना शुरू किया. इसके एवज में एक महीने का बिल 8 लाख का थमा दिया, यानी प्रति परिवार औसतन 2100 रुपए इससे सोसायटी वासी आक्रोशित हो उठे और बिल्डर और नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया.
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सोसायटी वासियों ने बताया कि 50- 50 लाख देकर फ्लैट खरीदा और पानी के नाम पर बिल्डर मनमानी कर रहा है. इतनी बड़ी सोसायटी में पानी की समस्या होगी तो हम कहां जाएंगे. वहीं नगर निगम भी हमें पानी दे पाने में असमर्थ है. हमें मजबूरन पानी प्राइवेट से खरीदना पड़ रहा है जिसके एवज में भारी- भरकम बिल के लिए बिल्डर दबाव बना रहा है.
सुने क्या कहा सोसायटी वासियों ने
विदित हो कि आदित्यपुर नगर निगम के लागभग हर वार्ड में इन दिनों घोर जलसंकट की समस्या बनी हुई है. क्षेत्र का शायद ही कोई ऐसा वार्ड हो जहां की जनता पानी के लिए त्राहिमाम नहीं कर रही है. वैसे नगर निगम अपने स्तर से टैंकर के जरिये जलापूर्ति करा रही है मगर दो लाख की आबादी को टैंकर से जलापूर्ति करना संभव नहीं है. ऐसे में विरोध और जनता की नाराजगी स्वाभाविक है. गौरतलब है कि विगत पांच साल से अदित्यपुर शहरी जलापूर्ति योजना अधर में लटका हुआ है, इधर भीषण गर्मी से ग्राउंड वाटर रिसोर्स नीचे जाने से प्रायः सभी हैंडपंप वगैरह सूख चुके हैं. यदि समय रहते जलापूर्ति योजना धरातल पर नहीं उतरती है तो अगले साल गर्मी के मौसम में नगम क्षेत्र की जनता को बूंद- बूंद पानी के लिए तड़पना होगा.