आदित्यपुर: टाटा- कांड्रा मुख्य मार्ग पर स्थित साईं अंचल सोसायटी को लेकर उपजे विवाद के बाद सोमवार को दीपक मंगलम तीन चार जमीन दाताओं के साथ मीडिया से मुखातिब हुए और अपनी बातों को रखा. श्री मंगलम ने बताया कि उनके खिलाफ मुट्ठीभर लोग साजिश के तहत अभियान चलाकर उनकी छवि खराब कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ था. इसको लेकर उन्होंने आदित्यपुर थाने में सोसायटी के अजय सिंह, चक्रवर्ती, सनोज वह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. जमीन दाताओं के कहने पर हमने मामले को आगे नहीं बढ़ाया. उन्हीं के इशारे पर समिति के लोग उनके खिलाफ अभियान चला रहे हैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जितने भी एग्रीमेंट सोसायटी वासियों से किए गए हैं सभी को पूरा किया जाएगा. हम अपने स्तर से हर संभव प्रयास कर रहे हैं. कहीं सरकारी अड़चन है तो कहीं कानूनी बाध्यता. अभी हमारा एग्रीमेंट अवधि 2 साल बचा हुआ है. समिति के लोग मेंटेनेंस भी समय पर नहीं दे रहे हैं. यदि समिति के लोग कहेंगे तो उनके सारे पैसे वापस कर दिए जाएंगे. मैं बिल्डर के रूप में नहीं बल्कि समिति के सदस्य के रूप में यहां काम कर रहा हूं.
इधर जमीन दाता उमेश सिंह ने बताया कि मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है. बिल्डर के साथ जो भी एग्रीमेंट किए गए हैं उसे जब तक पूरा नहीं किया जाता तब तक उन्हें छोड़ नहीं जाएगा. एग्रीमेंट के तहत मेंटेनेंस का काम उन्हें ही करना है. जो भी काम पेंडिंग बचे हुए हैं उसे पूरा करने तक उनको बने रहना है. बता दें कि उक्त प्रोजेक्ट में 38 जमीन दाता हैं. रविवार को सोसायटी लोगों ने जुस्को पावर, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, फायर सिस्टम, डबल लिफ्ट सिस्टम, सिक्योरिटी सिस्टम वगैरह दुरुस्त किए जाने की मांग को लेकर हंगामा किया था. जमीनदाता उमेश सिंह ने बताया कि हंगामा करने वाले बाहरी नहीं है. सभी हमारे सोसायटी के लोग हैं. इससे सोसायटी की छवि खराब होगी. आपस में मिल बैठकर इसका समाधान निकाला जाएगा.