आदित्यपुर: बीते 1 मार्च की रात आरआईटी थाना अंतर्गत वास्तु विहार के समीप खरकई नदी से सटे अर्थ एंक्लेव में हुए करोड़ों के नगदी और जेवरात चोरी मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं. इधर एसपी ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है. इसमें एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा के अलावे आरआईटी थाना प्रभारी विनय कुमार, सब इंस्पेक्टर संजीत कुमार, राजकुमार शाह एवं एएसआई सीमा किस्कू (तीनों आरआईटी) जबकि सब इंस्पेक्टर अमित कुमार आदित्यपुर शामिल हैं अब देखना यह दिलचस्प होगा कि एसआईटी कितने दिनों में मामले का उद्भेदन करती है.
जाने क्या है मामला
विदित हो कि बीते 1 मार्च की रात आरआईटी थाना अंतर्गत अर्थ एनक्लेव में चोरों ने फ्लैट संख्या 304, 104, 404, 403, 406 और 201 का ताला तोड़कर उसमें रखे करोड़ों के नगदी और जेवरात उड़ा लिए हैं. इनमें फ्लैट संख्या 304, 104, 403 और 304 में चोरों ने बड़ा माल टापाया है. वहीं 406 और 201 का केवल ताला तोड़ा है, चूंकि उनमें कोई रहता नहीं है इस वजह से यहां चोरों के हाथ कुछ नहीं लगे हैं.
बिल्डर के खिलाफ सोसायटी वासियों में आक्रोश, थानेदार ने किया तलब
घटना को लेकर सोसायटी के लोगों में बिल्डर के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है. इतनी बड़ी घटना के बाद भी बिल्डर य उनका कोई प्रतिनिधि अबतक पीड़ित परिवार के प्रति सहानुभूति जताने नही आया. इतना ही नहीं थानेदार के बुलावे पर भी बिल्डर नहीं पहुंचा जिसके बाद थाना प्रभारी ने बिल्डर को नोटिस भेजकर तलब किया है. बताया जा रहा है कि उक्त सोसायटी को ग्रीन वाटिका कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड डेवलप करा रही है. इसके प्रोपराइटर अजय अग्रवाल हैं. इनपर आरोप है कि इनके द्वारा तय समय पर प्रोजेक्ट को हैंडओवर नहीं किया जा रहा था, जिससे परेशान होकर खरीदारों ने आनन- फानन में अधूरे फ्लैट की रजिस्ट्री कराया और यहां आकर रहने लगे. न तो सोसायटी के सिक्युरिटी को लेकर बिल्डर गम्भीर है, न ही इतनी बड़ी घटना के बाद बिल्डर या उनका कोई प्रतिनिधि पीड़ितों से मिलने पहुंचा है.
सरायकेला के डे इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फर्नीचर में हुए चोरी मामले में भी पुलिस के हाथ खाली
बता दें कि 1 मार्च को हुए आरआईटी के अर्थ एंक्लेव में हुए चोरी की घटना की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि चोरों ने बाईट शनिवार यानी 9 मार्च की रात सरायकेला थाना से दो सौ मीटर की दूरी पर गैरेज चौक स्थित डे इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फर्नीचर में करीब 50 लाख से अधिक के मोबाइल फोन की चोरी कर ली. घटना के 72 घंटे बीत चुके हैं पुलिस यहां भी सुराग लगा पाने में विफल रही है.
बड़ी चोरी की घटनाओं के खुलासे में सरायकेला पुलिस अबतक फिसड्डी साबित रही है
वैसे जिले में हुए बड़ी चोरी की घटनाओं की बात करें तो चार साल पूर्व आरआईटी के ही एमआईजी- 79 में हुए चोरी और पिछले एसपी के कार्यकाल में सरायकेला में हुए ज्वेलरी लूटकांड मामले का आजतक खुलासा नहीं हो सका है. इतना ही नही गम्हरिया थाना क्षेत्र के ईश्वर लाल जेवलर्स लूटकांड मामले में भी पुलिस कुछ खास बरामदगी कर पाने में विफल रही. तब के एसपी डॉ विमल कुमार ने दावा किया था कि अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ किया जाएगा और लूटे गए जेवरातों का सुराग लगाया जाएगा, मगर एसपी का तबादला हो चुका है. ऐसे में देखना यह दिलचस्प होगा कि सरायकेला पुलिस इन मामले को सुलझाने में कामयाब होती है या नहीं. वैसे हालिया घटनाओं का ही पुलिस उद्भेदन कर दे यही नए एसपी, एसडीपीओ और थानेदारों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी और अपनी योग्यता साबित करने का बढ़िया अवसर होगा.