आदित्यपुर: लंबे समय बाद आदित्यपुर की जनता को थाना रोड में लगनेवाले महा जाम से मुक्ति मिलने की उम्मीद जगने लगी है. आपको बता दें कि सोमवार को थाना रोड में लगनेवाले जाम को लेकर थाना प्रभारी पूरे लय में नजर आए. जहां थाना प्रभारी ने दुकानदारों को सख्त चेतावनी देते हुए अपने- अपने दुकानों को समेटने का निर्देश दिया.
थानेदार के रौब देख दुकानदारों ने स्वतः ही अपने- अपने दुकानों को हटाना शुरू कर दिया. वहीं खरीदारी करने पहंचे लोग बदलाव के इस बयार से खुश नजर आए. लोगों ने बताया कि जिसकी उम्मीद भी नहीं की थी, वो दिख रहा है. सबसे ज्यादा खुशी शहरी स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजों के परिजनों में देखने को मिला.
बता दें कि आदित्यपुर शेर- ए- पंजाब चौक से लेकर रेलवे फाटक तक दैनिक सब्जी विक्रेताओं और फुटपाथी दुकानदारों ने विगत कई वर्षों से कब्जा जमा रखा है. इस मार्ग में आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र, आदित्यपुर थाना, पीएचईडी कार्यालय, वन विभाग का कार्यालय और बिजली विभाग का कार्यालय है. मरीज से लेकर, फरियादी और उपभोक्ताओं के लिए उक्त सड़क पर चलना दूभर हो गया है. कई थानेदार आए- गए, मगर इस सड़क पर लगनेवाले जाम को लेकर कभी गंभीर नजर नहीं आए. मगर इसबार हवा का रुख कुछ बदला- बदला नजर आ रहा है. थानेदार थाना रोड में जाम को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं.
वैसे देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या वाकई थानेदार की धमकी का दुकानदारों पर असर होता है, या फिर से वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है. वैसे सड़क को साजिश के तहत जाम कराने का खेल काफी पुराना है. इसकी आड़ में हर दिन हजारों की वसूली का खेल चलता है. बाजार समिति और नगर निगम के बीच खींचतान की आड़ में सड़क पर दुकानें सजवाकर वसूली की जाती है, वो भी तय दर से ज्यादा वसूली का खेल चलता है जिसपर विभाग मौन है. हालांकि थाना प्रभारी ने दुकानदारों को साफ संकेत दिए हैं कि यदि उनकी वजह से दुबारा सड़क पर जाम की स्थिति बनी तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अब बेचारे दुकानदारों के समक्ष एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई है.
दुर्गा पूजा से लेकर लोक आस्था के महापर्व छठ तक दुकानदार मोटी पगड़ी देकर इस उम्मीद से दुकानें बढ़ा रहे थे ताकि पर्व- त्यौहारों में आमदनी हो सके, मगर उन्हें क्या मालूम कि सर मुंडाते ही ओले पड़ने लगेंगे. बहरहाल थानेदार के एक्शन का रिएक्शन साफ दिखने लगा है. यह कबतक बरकरार रहता है ये देखना दिलचस्प होगा.