आदित्यपुर: पुलिस ने क्षेत्र में हुए हत्या और फ़ायरिंग मामले का उद्भेदन करते हुए कुल 9 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जहां बीते बुधवार की रात कल्पनापुरी पहाड़ी मैदान के समीप हुए विवेक सिंह हत्याकांड और बीते रविवार को हुए जमीन कारोबारी रॉकी कालिंदी और उसके तीन वर्षीय बेटे पर हुए जानलेवा हमला मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. इनमें सात अपराधकर्मी विवेक हत्याकांड में शामिल थे और दो अपराधी रॉकी कालिंदी और उसके बेटे पर फायरिंग मामले में शामिल था.
विवेक सिंह हत्याकांड में शामिल अपराधकर्मियों का नाम सुशांत सिंह देव उर्फ टूना सिंह, सोनू वर्मा उर्फ सोनू बच्चा, दु:शासन महतो, जयप्रकाश महतो, सूरज तांती उर्फ सूरज तंतुबाई, राजेंद्र महंत उर्फ राजन और मान सिंह मुर्मू शामिल है. इनके पास से पुलिस ने तीन देशी पिस्तौल, दो देसी कट्टा, 7.65 एमएम का 8 जिंदा गोली, 8 एमए का 6 पीस गोली दो पीस बोतल बम, घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया है.
घटना के सम्बंध में जानकारी देते हुए एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि घटना के बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी ने तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के आधार पर मिले साक्ष्यों पर कार्रवाई करते हुए सातों अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. जिन्हें पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.
*क्यों हुई विवेक की हत्या*
बता दे कि विवेक सिंह अपराधकर्मी विक्की नंदी का करीबी था. पिछले दिनों विक्की नंदी के इशारे पर कुख्यात अपराधकर्मी सागर लोहार और कार्तिक मुंडा गिरोह के तारिणी उर्फ भोलू कुम्हार की कदमा में हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद से विक्की नंदी फरार चल रहा है. इधर भोलू की हत्या का बदला लेने के उद्देश्य से सागर और कार्तिक लोहार ने विवेक सिंह को टारगेट किया और उन्ही के इशारे पर गिरफ्त में आए अपराधियों ने बीते बुधवार की रात कल्पनापुरी पहाड़ी मैदान के समीप घेरकर विवेक को गोलियों से भून डाला. घटना के बाद कल्पनापुरी वासियों में काफी आक्रोश देखा गया था. जहां पुलिस को लोगों का काफी विरोध भी झेलना पड़ा था. इन सब की परवाह किए बगैर पुलिस ने लगभग 72 घंटे के भीतर पूरे कांड का उद्वेदन कर दिया और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है.
वहीं रॉकी कालिंदी और उसके बेटे पर फायरिंग मामले में शामिल अपराधकर्मियों में झामुमो नेता राजेश गोप और सादन गोप शामिल है. पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त देसी कट्टा, तीन जिंदा गोली तीन गोली का खोखा और एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार बरामद किया है. एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि जमीन और स्क्रैप के कारोबार में वर्चस्व को लेकर राजेश गोपी ने रोकी और उसके बेटे पर जानलेवा हमला किया था. दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. दोनों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. एसपी ने कांड के उद्भेदन को लेकर सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की सराहना की.