आदित्यपुर: पुलिस को एक बार फिर से बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जहां पुलिस ने शुक्रवार को बेलडीह बस्ती से दो जिंदा बम बरामद करते हुए उसे सीआरपीएफ 157 बटालियन के सहयोग से मौके पर ही डिफ्यूज कर एक बड़ी घटना को अंजाम देने से बचा लिया है. पुलिस ने सूरज तंतुबाई नामक अपराध कर्मी को हिरासत में लिया है जिसने कई अहम राज पुलिस को बताए हैं.
थाना प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि वरीय अधिकारियों को मिले गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि सूरज तंतुबाई अपने घर के समीप झाड़ियों में बम छिपाकर रखा हुआ है, जो किसी बड़े अपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में था. सूचना पर त्वरित कार्यवाई करते हुए एक टीम का गठन किया गया और छापेमारी की गई.
जहां सूरज तंतुबाई के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित झाड़ियों में छिपाकर रखे दो जिंदा बम बरामद किए गए. जिसे सीआरपीएफ 157 बटालियन के सहयोग से मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया गया. उन्होंने बताया कि सूरज का पिता अर्जुन तंतुबाई भी आपराधिक प्रवृत्ति का है और आर्म्स एक्ट के आरोप में जेल जा चुका है. फिलहाल वह जमानत पर है.
उन्होंने बताया कि पूछताछ के क्रम में सूरज तंतुबाई ने बताया कि उसे अपराध कर्मी मोती लाल बिश्नोई, टून लोहार, भट्टा लोहार, राजू हेसा द्वारा बम उपलब्ध कराया गया था. उन्होंने बताया कि सभी अपराधी कर्मी किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में थे, जिसे समय रहते विफल कर दिया गया. फिलहाल सभी अपराध कर्मियों की तलाश की जा रही है. इस अभियान में उनके साथ एएसआई अभिषेक कुमार, सुमन सौरभ शिव बच्चन यादव चालक तिरिया एवं सीआरपीएफ 157 बटालियन की बम निरोधक दस्ता शामिल थी.
क्या फिर आदित्यपुर को अशांत करने की चल रही साजिश
इस घटना के बाद पुलिस सक्रिय हो गयी है. विदित हो कि हाल के दिनों में क्षेत्र के लागभग सभी अपराधी जमानत पर छूटकर खुले में घूम रहे हैं. जिसके बाद से ही किसी खूनी टकराव की संभावना प्रबल हो गयी है. थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल सभी हिस्ट्रीशीटर अपराधियों के सम्बंध में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है. साथ ही उनके गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए अपराधियों को क्षेत्र से दूर रहने की नसीहत दी है।
विक्की नंदी पर इसी गिरोह ने किया था हमला
दो साल पूर्व छठ के दूसरे अर्ध्य के दिन स्क्रैप कारोबारी विक्की नंदी पर इसी गिरोह ने बेल्डीह छठ घाट पर बम से हमला किया था. गनीमत रही कि उक्त हमले में विक्की बाल- बाल बच गया था. एकबार फिर से बेल्डीह बस्ती में बम मिलने के बाद विक्की नंदी के साथ हुए घटना की याद ताजा हो गयी है. हालांकि इससे विक्की नंदी के सेहत पर क्या असर पड़ेगा ये तो आनेवाला वक्त तय करेगा. फिलहाल पुलिस को अपना तंत्र और मजबूत करने की जरूरत है. साथ ही आदित्यपुर थाने में अधिकारियों एवं जवानों की संख्या बढ़ानी होगी, ताकि ऐसे किसी भी घटना पर समय रहते नकेल कसी जा सके.
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