गम्हरिया: बीते 28 मई को फर्जीवाड़ा कर नवजात को गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर भागी पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा निवासी सुदीप्ता दत्ता नाटकीय ढंग से शनिवार शाम के करीब 6:00 बजे कांड्रा पदमपुर टोल प्लाजा के समीप पूर्णिमा को सौंप कर फरार हो गई. जिसे पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है.
बता दे कि खबर प्रकाशित होते ही सरायकेला एसडीओ सुनील कुमार प्रजापति ने आदित्यपुर पुलिस को पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा, जिसके बाद आदित्यपुर पुलिस हरकत में आई और सुदीप्ता दत्ता के मोबाइल को सर्विलांस में लेकर ट्रैक करना शुरू किया. दिनभर सुदीप्ता का मोबाइल जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के आसपास ट्रैक किया गया. पुलिस की एक टीम ने एमजीएम अस्पताल के आसपास बने नर्सिंग होम में सुदीप्ता की तलाश शुरू की मगर सुदीप्ता नहीं मिली. इस बीच उसका मोबाइल ट्रैसलेस हो गया मगर आदित्यपुर पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार उसके मोबाइल नंबर को सर्विलांस में रखकर ट्रैप करने का प्रयास करती रही. अंतत: नाटकीय ढंग से सुदीप्ता ने बच्चे की मां यानी पूर्णिमा तांती को पदमपुर टोल प्लाजा के समीप सौप दिया और फरार हो गई. जैसे ही पुलिस को इसकी भनक मिली पुलिस ने पूर्णिमा को पदमपुर टोल प्लाजा के समीप से घर दबोचा और अपने साथ ले गई. अब सवाल यह उठता है कि इस मामले में पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है. क्या सुदीप्ता दत्ता, सुनीता प्रमाणिक और जिला परिषद सदस्य पिंकी मंडल के खिलाफ कार्रवाई करती है या मामले को रफा- दफा कर दिया जाता है यह देखना दिलचस्प होगा. हालांकि इस पूरे मामले में न केवल अस्पताल को गुमराह किया गया बल्कि पूरे तरीके से फर्जीवाड़ा कर अस्पताल से बच्चे को चोरी किया गया. वैसे सिविल सर्जन ने इस मामले में साफ कर दिया है कि सहिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.