आदित्यपुर: शोक और त्याग के पर्व मुहर्रम को लेकर राज्य सरकार के निर्देश के बाद सभी जिलों की पुलिस- प्रशासन अलर्ट मोड पर है. शांतिपूर्ण तरीके से मुहर्रम पर्व संपन्न कराने में जिला प्रशासन जुटी हुई है. इसको लेकर सभी थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक आयोजित कर मुहर्रम पर्व को शांति पूर्वक मनाए जाने का खाका तैयार किया जा रहा है.
इधर सरायकेला- खरसावां जिला के सभी थानों में शांति समिति की बैठक लगभग संपन्न हो चुकी है. शनिवार को आदित्यपुर थाने में भी शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता थाना प्रभारी राजन कुमार ने की. लंबे समय बाद थाना परिसर में आयोजित शांति समिति की बैठक का नजारा बदला- बदला नजर आया. लगभग 100 से अधिक की संख्या में क्षेत्र के प्रबुद्धजनों ने मुहर्रम पर्व को आपसी प्रेम और भाईचारे के साथ मनाने को लेकर अपने अपने मंतव्य दिए.
बैठक में आदित्यपुर नगर निगम के महापौर, उप महापौर, आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष, तमाम पार्षद, जिला बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष, समाजसेवी, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे. वैसे तो बैठक मुहर्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपादित कराने को लेकर आयोजित की गई, मगर बैठक में क्षेत्र की लगभग सभी समस्याओं पर ध्यानाकर्षण कराया गया. जिसमें नली- गली, सड़क, साफ- सफाई नशा एवं अपराध व अपराधियों की चर्चा की गई. मुस्लिम बस्ती में व्याप्त समस्याओं पर महापौर विनोद कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार तक सभी सुविधाएं बहाल करा देने का भरोसा दिलाया. उपमहापौर ने क्षेत्र में संचालित ब्राउन शुगर के अवैध कारोबार पर नकेल कसने में सभी की सहभागिता, खासकर स्थानीय पुलिस की भूमिका को अहम बताया.
कुछ लोगों ने थाना प्रभारी की कार्यशैली की मुक्त कंठ से सराहना की, तो कुछ ने और सुधार करने की सलाह दी. थाना प्रभारी राजन कुमार ने मौजूद शांति समिति के सदस्यों एवं गणमान्य नागरिकों को भरोसा दिलाया, और कहा थोड़ा वक्त और दीजिए इलाके से ब्राउन शुगर को समूल नष्ट कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि उनके पास जांबाज़ अधिकारियों की पूरी टीम है जो इस दिशा में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा ब्राउन शुगर कारोबार के लिए कुख्यात हो चुके मुस्लिम बस्ती में 95 फ़ीसदी लोग अच्छे हैं, जो नहीं चाहते कि उनके बस्ती में यह कारोबार हो. 5% लोग बस्ती को बदनाम करने में लगे हैं, जिन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जल्द ही सभी पर अंकुश लगाया जाएगा. कुछ लोगों ने शांति समिति के सदस्यों को और जिम्मेदार बनने की नसीहत दी, जिससे क्षेत्र में अमन बहाली करने में सहूलियत हो. कुल मिलाकर सभी ने मुहर्रम पर्व को प्रेम और भाईचारगी के साथ मनाने का प्रण लिया, एवं गंगा- जमुनी तहजीब बरकरार रखने का भरोसा दिलाया.