आदित्यपुर (Sumeet Singh) नगर निगम वार्ड- 17 में करीब एक दर्जन परिवार रईसों की कैद में है. यहां तक कि रईसों ने उनका हुक्का- पानी तक बंद कर दिया है. आलम यह हो चला है कि सभी परिवार अब सामूहिक आत्मदाह करने की तैयारी कर रहे हैं.
जानें क्या है वजह
दरअसल आदित्यपुर नगर निगम वार्ड 17 अंतर्गत नगीनापुरी चित्रकूट छठ घाट से सटे करीब एक दर्जन घरों से निकास का रास्ता दबंगों ने रोक दिया है. फिलहाल वे वैकल्पिक मार्ग से आवागमन करते हैं, मगर उनके पास निकासी के लिए कोई रास्ता नहीं है. यही वजह है कि उन्हें न तो पाइपलाइन के जरिए गैस का कनेक्शन मिल रहा है, न ही जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन ही उनके घरों तक पहुंच रहा है. ऐसे में साफ समझा जा सकता है कि रईसों ने किस तरह उन्हें कैद कर रखा है.
हर दर पर लगा चुके हैं फरियाद
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि रास्ते की समस्या को लेकर हर संभावित दर पर फरियाद लगा चुके हैं. कहीं से कोई रास्ता सूझता नहीं देख अब थक चुके हैं. अब शिवाय आत्महत्या के हमारे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बचता. नगर निगम, अंचल कार्यालय और थाना से कोई समाधान नहीं मिला हमारे सारे रास्ते बंद हैं. आपदा की घड़ी में घरों तक एम्बुलेंस भी पहुंचना मुश्किल है.
क्या कहा पार्षद ने
इस संबंध में पार्षद नीतू शर्मा ने बताया कि यह समस्या पूर्व से बनी हुई है. हमने कई बार नगर निगम का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है. निगम की टीम ने सर्वे किया है, बहुत जल्द प्रभावित परिवारों की परेशानी दूर होगी. वैकल्पिक मार्ग को लेकर निगम प्रशासन को गंभीरता दिखाने की जरूरत है. उन्होंने भी माना कि निगम की सुविधाएं प्रभावित परिवारों तक नहीं पहुंच रही है.
जाने भौगोलिक स्थिति
वार्ड 17 नगीनापुरी चित्रकूट छठ घाट से सटे करीब 12 परिवार आखिर क्यों कैदी का जीवन जीने को विवश हैं इसे जानने के लिए क्षेत्र के भौगोलिक स्थिति का अवलोकन करने की जरूरत है. जिस जगह ये परिवार बसे हैं उसके पूर्वी छोर पर खरकई नदी है. पश्चिमी छोर पर जगदंबा अपार्टमेंट है. यहां बिल्डर ने रास्ते को अवरुद्ध कर दिया है, जबकि दोनों तरफ 12 फिट का रास्ता है. उत्तरी छोर पर निजी परती जमीन और किरण अपार्टमेंट है. दक्षिणी छोर पर करीब बीस फिट का नाला है, जो शंकर पति और लक्ष्य अपार्टमेंट सी ब्लॉक के बीच से गुजरता है. नाले के दोनों छोर से 12 फिट का रोड है, मगर नाले पर पुल नहीं होने के कारण इनका रास्ता अवरुद्ध है. फिलहाल इनका आवागमन निजी परती जमीन से चल रहा है.
नहीं मिल रही नागरिक सुविधाएं
ये सभी नगर निगम को होल्डिंग टैक्स देते हैं. सभी जमीन रजिस्टर्ड हैं. मगर न तो इनके यहां डोर टू डोर कचरा उठाव हो रहा है, न ही इनके घरों तक जलापूर्ति योजना के तहत पाइपलाइन बिछे हैं. पाइपलाइन के जरिये घरों तक गैस कनेक्शन भी नहीं पहुंचा है, जिससे साफ समझा जा सकता है कि किस तरह रईसों की बस्ती में दर्जन भर परिवार कैद है और बोलनेवाला कोई नहीं. कॉलोनीवासियों ने बताया कि उत्तरी छोर के परती जमीन से नगर निगम पाइपलाइन के जरिये पानी का कनेक्शन ले जाने की तैयारी कर रहा था, जिसको जमीन मालिक ने रुकवा दिया. पाइपलाइन से गैस पहुंचाने का भी योजना यहां खटाई में पड़ गया है. घरों में पेशेंट हैं कभी भी अनिष्ट होने की संभावना बनी रहती है कोई सुध नहीं ले रहा है, जाएं तो आखिर जाएं कहां !