आदित्यपुर: राज्य के निकायों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद अबतक चुनाव नहीं कराए जाने का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. इस वजह से न केवल विकास कार्य ठप्प पड़े हैं, बल्कि बड़ी आबादी के सरकारी दस्तावेजों के वेरिफिकेशन का कार्य भी प्रभावित हो रहा है.
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यहां हम बात कर रहे हैं आदित्यपुर नगर निगम की. जहां पार्षद के अधिकार समाप्त होने के बाद उनके हस्ताक्षर से होनेवाले जन्म- मृत्यु, आवासीय, चरित्र वेरिफिकेशन सहित कई महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हो रहे हैं. अंचल कार्यालय से लोगों को बैरंग लौटा दिया जा रहा है. वहीं नगर निगम से भी उन्हें निराशा हाथ लग रही है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पड़ोसी जिला चाईबासा में वेरिफिकेशन के लिए अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है, मगर सरायकेला के तीनों निकायों में इसकी व्यवस्था नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं.
कुछ पूर्व पार्षद बैक डेट में कागजात बनाकर लोगों को दे रहे हैं, कुछ पर लोग जबरन दबाव बना रहे हैं इस वजह से कई पूर्व पार्षद जनता के कोपभाजन का शिकार हो रहे हैं.
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