राजनीति का केंद्र बिंदु रहे आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में कोरोना के दूसरे लहर के प्रकोप के कम होते ही, विपक्ष एक बार फिर सक्रिय हो चला है. आदित्यपुर नगर निगम में विगत 3 टर्म से काबिज राष्ट्रीय पार्टी के किले को ध्वस्त करने की तैयारी में विपक्ष जुट गया है.


हाल के दिनों में सीवरेज- ड्रेनेज निर्माण योजना में विलंब को लेकर कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी रहे योगेंद्र उर्फ मुन्ना शर्मा ने जहां एक बार फिर आंदोलन की राग छेड़ी है, तो वहीं वर्षों से गुटों में बटे राष्ट्रीय जनता दल के दो बड़े नेता मंगलवार को अचानक बाजार में एक साथ दिखे. जिससे राजनीति अटकलें फिर तेज हो चली हैं.
राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता और आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में सशक्त विपक्ष की राजनीति करने वाले पुरेंद्र नारायण सिंह वर्षों से दूर चल रहे हैं अपने राजनीति मित्र और राजद के प्रदेश स्तर की कमेटी में शामिल रहे देव प्रकाश देवता के साथ बाजार में चाय की चुस्की लेते दिखे. राजद के दोनों ही नेताओं में वर्षों पूर्व गहरी पैठ हुआ करती थी, लेकिन बढ़ते राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण दोनों ही नेताओं में काफी दूरियां बन गई थी, लेकिन जो तस्वीर अब सामने आ रही है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है, कि राजद के दो अलग-अलग छोर पर बैठे ये नेता अब एक साथ होकर सशक्त विपक्ष की राजनीति में सक्रिय होंगे.
इधर नगर निगम के सिंहासन पर बैठे माननीय नेताओं के निष्क्रिय होने का लाभ अब विपक्ष पूरी तरह उठाना चाह रहा है. कांग्रेस के साथ अब राजद भी लॉकडाउन खत्म होते ही विभिन्न जन सरोकार के मुद्दे के साथ वर्तमान नगर निगम में काबिज स्थानीय सरकार को चारों तरफ से घेरने का मन बना रही है.
एनडीए गठबंधन दल में शामिल एक नेता जल्द थामेंगे राजद का दामन
विपक्ष की एकजुटता अंदाजा इस बात से भी लगाया जा रहा है, कि एनडीए घटक दल में शामिल एक पार्टी के नेता को जल्द ही राष्ट्रीय जनता दल में प्रदेश स्तर का पद मिल सकता है, जिसके साथ ही राजनीतिक सरगर्मी और तेज हो सकती है. वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव के जेल से बाहर आने के बाद राजद के नेताओं में एक नया जोश दिखा जा रहा है. उम्मीद है, कि 5 जुलाई को राजद के स्थापना दिवस के उपलक्ष पर सुप्रीमो पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने का भी काम करेंगे.
