आदित्यपुर: भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरते जा रहे नगर निगम के प्रशासक ने नगर वासियों का ध्यान भटकाने के लिए एकबार फिर से अतिक्रमण हटाने का कागजी ढोल बजाया है जिसका फूटना तय है.


विदित हो कि पिछली बार भी उन्होंने ऐसा ही ढोल बजाया था, जो बजा मगर बीच में ही फूट गया. नतीजा अभियान के बंद होते ही दोगुने गति से थाना रोड का अतिक्रमण हो गया. केडिया पेट्रोल पंप के समक्ष की स्थिति ज्यादा खतरनाक हो चुकी है. इसके अलावा सर्विस रोड, थाना रोड, शहरी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंच पथ, जियाडा के आगे रोड, आकाशवाणी चौक, ईमली चौक सभी जगहों पर अवैध रूप से अतिक्रमण हो चुका है. यहां तक कि पिछली बार जो अतिक्रमण कच्चे थे अब वे पक्के हो चुके हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एकबार फिर से प्रशासक ने कुछ भवनों को सील करने और अतिक्रमण हटाने की बात कही है. जानकर मानते हैं कि उनका यह बयान मनगढ़ंत और लगातार भ्रष्टाचार के मामले में हो रहे किरकिरी से बचने के लिए उनके द्वारा यह भ्रम फैलाया गया है. जानकर मानते हैं कि इसबार भी निगम का यह ढोल कागजी बनकर रह जाएगा.
विदित हो कि नगर निगम पर हाल के दिनों में वार्ड दो में बने रिहायशी सोसायटी सनराईज एनक्लेव द्वारा एसटीपी प्लांट के बगैर सोसायटी का गंदा पानी सड़क पर बहाने के मामले में उप नगर आयुक्त द्वारा जुर्माना लगाने के बाद बिल्डर के पक्ष में काम करने और वार्ड- 17 में निर्माणाधीन सहारा सनराईज पॉइंट को नक्शा पास करने एवं समय विस्तार की अनुमति देने के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. जिसमें प्रशासक की भूमिका कटघरे में है.
