आदित्यपुर: मुख्यमंत्री का शनिवार को प्रस्तावित नगर निगम भवन के आधारशिला कार्यक्रम स्थगित हो गया है. शुक्रवार को तैयारी स्थल से साजो- सामान हटा लिया गया. इसके साथ ही एकबार फिर से आदित्यपुर नगर निगम की जनता को मायूसी हाथ लगी है. विदित हो कि इससे पूर्व वार्ड 30 के जागृति मैदान में पारित नगर निगम का भवन लोगों के भारी विरोध के बाद स्थगित हो चुका है. इस बार वार्ड- 3 के आसंगी मौजा (सतबोहनी- जमालपुर) के खाता संख्या 187 एवं प्लॉट संख्या 88, 93 94 व 96 में प्रस्तावित था, जिसका शनिवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को शिलान्यास करना था. सारी प्रशासनिक तैयारियां लागभग पूरी हो चुकी थी, मगर एन वक्त पर उक्त जमीन के कथित दावेदार रितेश भालोटिया ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया और काम बंद करा दिया.
आपको बता दे कि इससे पूर्व अंचल प्रशासन ने 17 मार्च 2023 को उक्त करीब 3 एकड़ भूखंड पर अवैध कब्जा दिखाते हुए जमीन को कब्जा मुक्त कराया था. उसके बाद रितेश भालोटिया ने हाईकोर्ट का रुख किया था. जबकि अंचल के किसी रिकॉर्ड में उक्त भूखंड रितेश भालोटिया के नाम से दर्ज नहीं है. फिर किस आधार पर हाईकोर्ट से रितेश भालोटिया को स्टे मिल गया यह जांच का विषय है. यदि आज उक्त भूखंड पर हाईकोर्ट से स्टे मिला तो उस वक्त क्यों नहीं स्टे दिया गया जब अंचल प्रशासन ने उक्त भूखंड को कब्जामुक्त कराया था ?
बताया जाता है कि 1983- 84 के सर्वे सेटलमेंट में उक्त भूखंड हेमचंद्र महतो के नाम अवैध कब्जा में दिखाया गया है, मगर सरकारी खतियान में कहीं भी रितेश भालोटिया के नाम से उक्त भूखंड दर्ज नहीं है. ऐसे में किस आधार पर रितेश भालोटिया के दावे पर हाईकोर्ट से स्टे मिला है यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है. बहरहाल एकबार फिर से आदित्यपुर नगर निगम की जनता को नए भवन के लिए इंतजार करना पड़ेगा.