आदित्यपुर: कोरोना महामारी के तीसरे लहर के बाद धीरे- धीरे जनजीवन सामान्य हो रहा है. इधर सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम के पार्षद धीमी गति से हो रहे विकास कार्य और अवरुद्ध पड़े योजनाओं को लेकर चिंतित हैं. पिछले बोर्ड बैठक में पास हुए 50 लाख की योजना अबतक धरातल पर नहीं उतरने के कारण पार्षदों में नाराजगी है. वार्ड 17 की पार्षद नीतू शर्मा ने बताया, कि सितंबर 2020 में हुए 12 वीं बोर्ड बैठक के बाद लंबा वक्त बीत चुका है, बोर्ड बैठक नहीं हुआ है. इस बीच कोरोना महामारी के कारण विकास कार्य धीमी रफ्तार से होने पर भी पार्षदों में नाराजगी है. श्रीमती शर्मा ने बताया कि अगले साल नगर निगम चुनाव होने हैं दिसंबर में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य नहीं होने से चुनाव में जनता के सवालों का क्या जवाब देंगे. उन्होंने बताया कि 50 लाख की जो योजना दी गई थी, उस संबंध में ना तो नगर आयुक्त जानकारी देते हैं, ना ही निगम के अन्य पदाधिकारी. आखिर योजना का क्या हुआ, कौन सी खिचड़ी नगर निगम में पक रही है जिसे निगम के अधिकारी साझा नहीं करना चाहते. जनता का कोपभाजन जनप्रतिनिधियों को बनना पड़ रहा है. वहीं पार्षद नीतू शर्मा ने क्षेत्र के बुजुर्गों को विधवा- वृद्धा पेंशन नहीं मिलने से भी नाराजगी जताई है. उन्होंने बताया कि लगभग 7 महीने से वृद्धा और विधवा पेंशन नहीं मिल रहा है. राशन कार्ड के सैकड़ों आवेदन लंबित पड़े हैं. ब्लॉक कार्यालय में कोई सुनता नहीं है. जब चुने गए जनप्रतिनिधियों को इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो जनता कितने परेशान हो रहे होंगे यह सोचने वाली बात है. माना जा रहा है कि इस महीने की 21 तारीख को संभावित बोर्ड की बैठक हंगामेदार होगी, जिसकी तैयारी में पार्षद गोलबंद हो रहे हैं.
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