ब्यूरो प्रमुख प्रमोद सिंह की रिपोर्ट
आदित्यपुर: ईचागढ़ के पूर्व बाहुबली विधायक मलखान सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या के विरोध में भाजपा के बाद कांग्रेस और झामुमो ने भी जिला पुलिस- प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है.
बता दें कि बीती रात तीन की संख्या में पहले से घात लगाए अपराधियों ने पूर्व विधायक अरविंद सिंह के साले कन्हैया सिंह की उनके हरिओमनगर रोड नम्बर 5 स्थित आवास पर उस वक्त हत्या कर डाली थी, जब वे अपने फ्लैट संख्या बी- 11 में प्रवेश कर रहे थे. हत्या के बाद बड़े आराम से अपराधी चलते बने. जबकि उनका अंगरक्षक फ्लैट के नीचे ही मौजूद था.
इधर घटना के बाद गुरुवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने खुद को कमजोर करने की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि उनके लोगों को चुन- चुन कर निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट बताया. साथ ही जिला पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए.
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अरविंद सिंह (पूर्व विधायक- ईचागढ़)
उधर कन्हैया सिंह की हत्या के विरोध में पूर्व विधायक के समर्थकों के साथ भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अभय सिंह ने गुरुवार को आदित्यपुर थाने में जोरदार प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में सभी दलों के नेता मौजूद रहे.
भाजपा नेता अभय सिंह ने 72 घंटों के भीतर हत्यारों की गिरफ्तारी करने का अल्टीमेटम देते हुए कहा यदि 72 घंटों के भीतर हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो पूरे कोल्हान में इसका असर देखने को मिलेगा उन्होंने जिले में गिरते कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा पूरे राज्य में अराजकता का माहौल बना हुआ है हर मोर्चे पर सरकार विफल है.
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अभय सिंह (भाजपा नेता)
वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने भी कन्हैया सिंह की हत्या पर दुख प्रकट करते हुए सरायकेला प्रशासन को 72 घंटों के भीतर हत्यारों की गिरफ्तारी करने का अल्टीमेटम देते हुए साफ कर दिया है कि यदि जिला प्रशासन हत्यारों की गिरफ्तारी करने में विफल रहती है तो कांग्रेस पार्टी सरायकेला बंद कराने सड़कों पर उतरेगी उन्होंने जिले के एसपी से अविलंब हत्यारों की गिरफ्तारी करने की मांग की.
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मधु कोड़ा (पूर्व मुख्यमंत्री)
इधर कन्हैया सिंह की हत्या की सुचना मिलते ही खरसावां विधायक दशरथ गागराई गुरुवार को पूर्व विधायक अरविंद सिंह के आदित्यपुरम टाइप आवास पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया एवं मामले की जानकारी ली.
विधायक दशरथ गागराई ने कन्हैया सिंह की हत्या पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए इसे जघन्य अपराध बताया और कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने क्षेत्र में हो रहे हत्याओं पर भी नाराजगी जताई और कहा इससे सरकार की बदनामी हो रही है. उन्होंने जिले के एसपी से अविलंब हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की. विधायक दशरथ गगराई ने कन्हैया सिंह को मृदुभाषी एवं मिलनसार बताया और कहा हमने एक अच्छा मित्र खो दिया है. इस दौरान सांत्वना देने वालों में चक्रधरपुर नगर परिषद के अध्यक्ष केडी शाह भी मौजूद रहे. उन्होंने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की. और दुख की इस घड़ी में खुद को साथ खड़े होने की बात कही.
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दशरथ गागराई (विधायक- खरसावां)
पुलिसिया तफ्तीश की स्थिति
घटना के बाद जिले के एसपी ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है, जिसमें सरायकेला, गम्हरिया, आदित्यपुर, आरआईटी, खरसावां और दलभंगा ओपी के थानाध्यक्ष शामिल हैं. घटना के बाद शक के आधार पर हिरासत में लिए गए अंगरक्षक से पूछताछ के बाद उन्हें पूर्व विधायक के कहने पर छोड़ दिया गया है. हालांकि उनके मोबाईल का सीडीआर ट्रैक किया जा रहा है. प्राथमिक अनुसंधान में पुलिस को कई अहम सुराग भी हाथ लगे हैं. कुछ सीसीटीवी फुटेज और पूर्व विधायक के बयान के अलावा अन्य बिंदुओं पर तफ्तीश चल रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस बॉडीगार्ड के बताए हुलिया के आधार पर अपराधियों का स्कैच बनवाने की तैयारी कर रही है. साथ ही डीवीआर और एक्टिव मोबाईल लोकेशन भी ट्रैश किया जा रहा है. इसको लेकर गुरुवार को जिले के एसपी एसडीपीओ हेड क्वार्टर डीएसपी सहित तमाम एसआईटी के पदाधिकारी घटनास्थल के इर्द-गिर्द छानबीन करते नजर आए.
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सुभाष प्रामाणिक गिरोह पर शक की सुई
पूर्व विधायक की बातों पर यदि गौर करें, तो उन्हें कमजोर करने की साजिश रची जा रही है. आखिर पूर्व विधायक ने ऐसा क्यों कहा ! दरअसल बीते दो मई को सतबोहनी में हुए कार्तिक गोप की हत्या और ठीक डेढ़ महीने बाद कार्तिक के भाई और कार्तिक हत्याकांड के चश्मदीद गवाह आकाश गोप की माझी टोला शिरीष भट्ठा के समीप खरकाई नदी में हत्या कर दी गई थी. कार्तिक और आकाश के पिता शंकर गोप पूर्व विधायक के बेहद गरीबी माने जाते हैं. शंकर गोप ने अपने अपने दोनों बेटों की हत्या के पीछे सुभाष प्रमाणिक गिरोह के शामिल होने की बात कही थी, जिसमें रोहित मिश्रा का नाम भी सामने आया था. सुभाष प्रमाणिक और रोहित मिश्रा अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा है. उसके बाद 29 जून को पूर्व विधायक के साले कन्हैया सिंह की हत्या हो जाती है. सूत्रों की अगर माने तो अब तक तफ्तीश में जो बातें छनकर सामने आ रही है, उसके अनुसार तीन संदिग्ध अपराधियों में एक अपराधी रोहित मिश्रा भी है. अब सवाल यह उठता है, कि रोहित इतने बड़े शख्सियत की हत्या क्यों करेगा ! दरअसल रोहित सुभाष गिरोह का उभरता हुआ शूटर है. उसे लाइमलाइट में रहने का शौक है. वह गैंगस्टर बनने की ख्वाहिश रखता है. कन्हैया सिंह मूल रूप से आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में ठेकेदारी और लेबर सप्लाई करने के साथ यूनियन भी चलाते थे. साथ ही बड़ी कंपनियों में टेंडर और जमीनों की खरीद- बिक्री का कारोबार करते थे. उनकी हत्या के पीछे इस धंधे में वर्चस्व से जोड़कर भी देखा जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि विगत एक हफ्ते से कुछ संदिग्धों द्वारा किसी बड़े (मुंडी) सख्शियत का गेम (हत्या) होने की बात फैलाई जा रही थी. उन संदिग्धों के तार आदित्यपुर कॉलोनी से जुड़े बताए जा रहे हैं.
आखिर क्यों हो रही पुलिस तंत्र विफल !
आदित्यपुर में लगातार हो रहे हत्याओं के पीछे गैंगवार और ब्राउन शुगर के धंधे में एकाधिकार की बातें सामने आते रहे हैं. पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है. कन्हैया सिंह की हत्या के बाद घटनास्थल पर न तो फोरेंसिक टीम पहुंची, न ही डॉग स्क्वायड को बुलाया गया, मतलब साफ है कि, जिला पुलिस के पास ऐसे संसाधन मौजूद नहीं हैं. तकनीक के दौर में मानवीय तंत्रों के आधार पर जांच पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर रही है. जिसका जीता जागता उदाहरण सतबोहनी दुर्गा पूजा मैदान के समीप बीते 7 जून को हुए ट्रिपल मर्डर मामले के मुख्य अभियुक्त गैंगस्टर संतोष थापा और गोप बंधु हत्याकांड के नामजद आरोपी सुभाष प्रामाणिक एवं रोहित मिश्रा की अबतक गिरफ्तारी नहीं होना.