आदित्यपुर: बीती रात सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर थाना अंतर्गत हरिओम नगर रोड नंबर 5 में हुए ईचागढ़ के पूर्व बाहुबली विधायक अरविंद सिंह के साले की हत्या के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए अरविंद सिंह ने कहा उन्हें कमजोर करने की साजिश अपराधी कर रहे हैं, उनके लोगों को मारा जा रहा है.
गुरुवार की सुबह अरविंद सिंह कन्हैया सिंह के आवास पहुंचे और घर के पास बिखरे खून को अपनी हाथों से साफ किया. इस दौरान कन्हैया के बच्चे भी मौजूद थे. अरविंद सिंह ने कहा राज्य में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. अपराधी बेलगाम है, पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से विफल हो चुका है. उन्होंने कन्हैया सिंह की हत्या पर दु:ख जताते हुए कहा कोई उन्हें कमजोर करने की साजिश कर रहा है. उनके लोगों को चुन- चुन कर मारा जा रहा है. बता दें कि हाल के दिनों में आदित्यपुर में हुए हत्याओं में कार्तिक गोप एवं आकाश गोप की हत्या हुई है, दोनों शंकर गोप के पुत्र थे. शंकर गोप अरविंद सिंह के करीबी माने जाते हैं और अब कन्हैया सिंह की हत्या जो निश्चित तौर पर यह दर्शाता है, कि कोई तो है जो अरविंद सिंह को कमजोर कर रहा है. अरविंद सिंह ने बताया, कि पुलिस अपना काम करें अन्यथा वह अपने स्तर से अपराधियों को ढूंढ निकालेंगे. यानी कहीं ना कहीं पूर्व विधायक अपने पुराने रूप में आने का संकेत दे रहे हैं. हालांकि पुलिसिया कार्रवाई जारी है. बता दें कि कार्तिक एवं आकाश गोप के पिता शंकर गोप ने अपने दोनों बेटों की हत्याओं के पीछे सुभाष प्रमाणिक गिरोह पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने बताया कि कन्हैया सिंह की हत्या से पहले अपराधियों ने रेकी की है. अपराधी पूर्व से ही घात लगाकर बैठे थे. आकाश हत्याकांड में रोहित मिश्रा का भी नाम सामने आया है. रोहित मिश्रा अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा है. बीती रात कन्हैया सिंह की हत्या के बाद रोहित मिश्रा की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी गई है.
बाईट
अरविंद सिंह (पूर्व विधायक ईचागढ़)
वर्चस्व और पार्टनरशिप विवाद को लेकर भी हो रही जांच
कन्हैया सिंह मूल रूप से ठेकेदार और व्यवसायी थे. स्लैग और स्क्रैप टेंडर मैनेज करने में उनकी बड़ी भूमिका थी. इंडस्ट्रियल एरिया के कंपनियों में लेबर सप्लाई से लेकर यूनियन चलाने का भी काम उनके द्वारा किया जाता था. हाल के दिनों में बीएमडब्ल्यू कंपनी में भी उनका ठेका चल रहा था. स्लैग को लेकर उनका अपने पार्टनर के साथ कुछ अनबन भी चल रहा था. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है.
सोसायटी की सुरक्षा भी सवालों के घेरे में
जहां कन्हैया सिंह रहते थे वह आदित्यपुर का सबसे पॉश इलाका माना जाता है. जमशेदपुर एवं सरायकेला के बड़े- बड़े रसूखदार इसी सोसाइटी में रहते हैं. पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर बिल्डर- कारोबारी का मकान इस इलाके में है. सबसे अहम बात यह है कि जिस जगह कन्हैया सिंह रहते थे वहां दूर-दूर तक सीसीटीवी कैमरा कहीं नजर नहीं आया. उससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि खुद कन्हैया सिंह के मकान में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे. यहां तक कि कन्हैया सिंह के मकान के ठीक सामने सीआईडी इंस्पेक्टर का घर है उसमें भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ मिला. इतना ही नहीं जिस फ्लैट में कन्हैया सिंह रहते हैं, उस फ्लैट में सिक्योरिटी गार्ड के नाम पर परिंदा भी नजर नहीं आया, जो निश्चित तौर पर यह दर्शाता है कि लोग भी अपनी सुरक्षा को लेकर सजग नहीं है. पुलिसिया तंत्र की विफलता इस पर भी काफी हद तक निर्भर करती है. जिस तरह से आबादी का घनत्व है उस हिसाब से मुट्ठी भर पुलिस के भरोसे विधि व्यवस्था को नियंत्रित करना निश्चित तौर पर बड़ी चुनौती है, लेकिन क्या हम अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं ? इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता.
देखें अपने साले की हत्या के बाद घटनास्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक अरविंद सिंह अपने हाथों से खून के धब्बों को साफ कर रहे हैं video