आदित्यपुर: थाना क्षेत्र के ओल्ड हाउसिंग कॉलोनी एम- 19 निवासी जदयू नेता सत्यप्रकाश उर्फ टियाई के खिलाफ वरिष्ठ पत्रकार गणेश सरकार ने 17.50 लाख (सत्रह लाख पचास हजार) के धोखाधड़ी का मामला आदित्यपुर थाने में दर्ज करा दिया है. पुलिस ने धारा 420 और 406 के तहत मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है. इससे पूर्व सरकार ने सत्यप्रकाश को लीगल नोटिस भी दिया था. सत्यप्रकाश ने एक महीने की मोहलत मांगी थी, मगर एक महीना बीतने के बाद भी सत्यप्रकाश ने गणेश सरकार के पैसे नहीं लौटाए जिसके बाद गुरुवार को गणेश सरकार ने एफआईआर दर्ज कराया है.
विदित हो कि सत्यप्रकाश प्रखर समाजवादी नेता स्व. राम पारस सिन्हा के पुत्र हैं. उनकी समाज में अलग पहचान थी, वे मजदूरों, शोषितों और वंचितों के मसीहा थे. लोग आज भी उनका सम्मान करते हैं. इस संबंध में गणेश सरकार ने बताया कि सत्य प्रकाश मेरा बचपन का मित्र रहा है. वह लैंड डेवलपर का बिजनेस स्नेहा कंस्ट्रक्शन के नाम से अपने पार्टनर अमिताभ शर्मा के साथ करता है. सत्यप्रकाश ने मुझे दो साल में पैसे डबल करने का झांसा देकर अपने बिजनेस में पैसे लगाने के लिए प्रेरित कर दोस्ताना कर्ज लिया. मैने उसकी बातों को विश्वास कर बैंक आफ इंडिया गम्हरिया शाखा के चेक संख्या 073101 के माध्यम से 01/11/2021 को 5 लाख रुपए उसे दिया. इसका एक एग्रीमेंट दिनांक 01/11/2021 को किया गया. उसके कहने पर फिर दिनांक 18/11/2021 को मैने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया गम्हरिया शाखा के चेक संख्या 560060 के माध्यम से 3.50 लाख (साढ़े तीन लाख) रुपए एवं बैंक आफ इंडिया गम्हरिया शाखा के चेक संख्या 000072 के माध्यम से 1.50 लाख (डेढ़ लाख) रुपए यानि कुल 5 लाख रुपए सत्यप्रकाश को दिया जिसका एग्रीमेंट भी बना. इस तरह सत्यप्रकाश ने कुल 10 लाख रुपए मुझसे दोस्ताना कर्ज लिया. इसके बाद पहले और दूसरे एग्रीमेंट में सत्यप्रकाश ने दो वर्षों के भीतर उक्त राशि का दुगुना यानि 20,00,000 (बीस लाख) रुपए मुझे देने की बात कही थी. उन्होंने बताया कि दोनों एग्रीमेंट में सत्यप्रकाश ने मेरा हस्ताक्षर लिया लेकिन उक्त एग्रीमेंट की कापियां मुझे नहीं दी. बाद में जब मुझे दोनों एग्रीमेंट की कापियां मिली, उसमें जालसाजी कर उसने मेरे द्वारा लगाए जाने वाले रुपए को मेरे उपर डबल करने का थोप दिया, जो गलत है. चूंकि फरवरी 2024 को मेरी बेटी की शादी तय करनी थी, मैंने सत्यप्रकाश से उक्त 20,00,000 (बीस लाख) रुपए की मांग की. जब- जब मैं उससे उक्त राशि की मांग की तो उसने बहाना बनाकर टाल दिया. अंततः काफी दवाब देने पर उसने नगद 1,50,000 (ढेड़ लाख) रुपए और 1 (एक) लाख रुपए का चेक भुगतान किया और बाकी 17,00,000 लाख रुपए का अलग- अलग राशि (बैंक आफ बड़ौदा आदित्यपुर का 10 लाख, एचडीएफसी बैंक आदित्यपुर का 5 लाख और बैंक आफ बड़ौदा आदित्यपुर का 2 लाख) का तीन चेक मुझे दिया. इसके अलावा 50,000 (पचास हजार) रुपए नगद भुगतान करने का आश्वासन दिया. मैंने 12/04/2024 को 2 लाख रुपए का चेक (नंबर 000101) अपना बैंक (बैंक ऑफ बड़ौदा गम्हरिया) में प्रस्तुत करने पर सत्यप्रकाश के खाते में राशि नहीं रहने के कारण अनादृत (बाउंस) कर दिया गया. बाकी दो चेक 10 लाख और 5 लाख रुपए मैने बैंक आफ बड़ौदा में प्रस्तुत करने पर विभिन्न कारणों से अनादृत कर दिया गया. जब मैंने सत्यप्रकाश को उसके द्वारा दिए गए तीनों चेक बैंक द्वारा अनादृत कर दिए जाने की सूचना देते हुए उक्त तीनों चेक की राशि कुल 17 लाख रुपए और नगद 50 हजार की राशि भुगतान करने का आग्रह किया तो उसने सीधे इंकार कर दिया और कहा कि ‘जो करना है कर लो’ पैसा नहीं दूंगा. पैसे नहीं मिलने के कारण मैं अपनी बेटी की शादी नहीं कर सका. इसके बाद मैंने उसे वकालतन नोटिस भेजा जिसका जवाब उसके तरफ से दिया गया लेकिन मेरे रुपए गबन करने की नीयत से भुगतान नहीं किया. उन्होंने पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है.
क्या कहा थानेदार ने
इस संबंध में थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह ने बताया कि गणेश सरकार द्वारा लिखित शिकायत दी गयी है. साथ ही धोखाधड़ी से संबंधित साक्ष्य भी दिए गए है. मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच के बाद जो विधिसम्मत कार्रवाई होगी कि जाएगी.