आदित्यपुर: भले पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल को लोकसभा और राज्यसभा से पास करा लिया है, मगर उक्त बिल के लागू होने पर लोगों के अलग- अलग राय हैं. महिला जदयू झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सह प्रवक्ता रेणु गोपीनाथ पाणिकर के भी इस मुद्दे पर अलग राय हैं.
शुक्रवार को पाणिकर आदित्यपुर पहुंची जहां शनिवार को होने वाले जदयू महिला सम्मेलन की जानकारी उन्होंने मीडिया से साझा की. उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम के जरिये जदयू महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ उनके लिए कई कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी का फोकस महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाना है.
नारी शक्ति वंदन अधिनियम के सवाल पर उन्होंने कहा कि मोदी जी की यह योजना कब अमल में आएगी इसका कोई ठिकाना नहीं है. हमारी पार्टी का मानना है कि महिलाओं को इतना सशक्त बना दिया जाए जिससे उन्हें आरक्षण की जरूरत ही न पड़े. पार्टी इसी उद्देश्य पर काम कर रही है.
वहीं बिहार के जातिगत जनगणना पर उठते सवालों पर रेनू ने बताया कि इस पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व जवाब देने के लिए अधिकृत हैं इसमें मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है. इस मौके पर जदयू अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र पासवान, प्रदेश सचिव कमल चौबे, युवा प्रदेश अध्यक्ष निर्मल सिंह, युवा प्रदेश महासचिव अजय कुमार, बृजमोहन सिंह, महिला मोर्चा सरायकेला- खरसावां जिला की भावी जिला अध्यक्ष पार्वती किस्कू, बिट्टू दुबे, मनोज मांझी, रौशन कुमार, यशवंत सिंह, रंजीत पांडे, पंकज कर्ण आदि मौजूद रहे. हालांकि जदयू जिला अध्यक्ष इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं रहे जो चर्चा का विषय बना रहा.