आदित्यपुर: नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डों में पिछले कई महीनों से ठप्प पड़े जलापूर्ति को लेकर अब सामाजिक संस्था जनकल्याण मोर्चा ने मोर्चा खोल दिया है. मोर्चा के अध्यक्ष ओमप्रकाश ने नगर निगम और रेलवे को दस दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि दस दिनों के भीतर रेलवे ने एनओसी और नगर निगम ने जलापूर्ति शुरू नहीं कि तो झारखंड हाइकोर्ट में दोनों के विरुद्ध जनहित याचिका दायर की जाएगी.
मालूम हो कि अवरुद्ध पड़े जलापूर्ति को लेकर बुधवार को नगर निगम के उप नगर आयुक्त पारुल सिंह ने शर्मा बस्ती के समीप क्षतिग्रत पाइपलाइन का निरीक्षण किया. जहां पाया कि जिस जगह पाइपलाइन क्षतिग्रत हुआ है उसे दुरुस्त करने के लिए रेलवे की एनओसी जरूरी है. इसको लेकर जब उन्होंने संवेदक जिंदल के अधिकारियों से पूछा तो उनके द्वारा बताया गया कि रेलवे की ओर से एनओसी नहीं दिए जाने के कारण क्षतिग्रस्त पाइपलाइन को दुरुस्त नहीं किया जा सकता है. इसपर उन्होंने रेलवे से एनओसी दिए जाने कक अनुरोध किया जिसपर रेलवे की ओर से गुरुवार को भौतिक रूप से स्थल निरीक्षण किये जाने के बाद ही एनओसी दिए जाने की बात कही गयी. बता दें कि विगत चार महीने से भी अधिक समय से पाईपलाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण हर दिन लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. जिससे हजारों लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है. नगर निगम की ओर से छठ के बाद इसे दुरुस्त कराने का भरोसा दिलाया गया था, मगर रेलवे की ओर से अबतक एनओसी नहीं दिए जाने के कारण मामला अधर में लटका हुआ है. जनकल्याण मोर्चा के अध्यक्ष ने बताया कि पानी जैसी मूलभूत सेवाओं पर नगर निगम की लापरवाही कहीं न कहीं लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन है. रेलवे और नगर निगम यदि दस दिनों के भीतर इसपर पहल नहीं करती है तो मजबूरन न्यायालय का शरण लेना होगा.