आदित्यपुर: औद्योगिक क्षेत्र फेज दो स्थित यूनाइटेड आर्ट प्रेस कंपनी में कब्जा दिलाने पहुंची जियाडा की टीम बुधवार को फोर्स के अभाव में वापस लौट गई. हालांकि इससे पूर्व टीम को विरोध का सामना करना पड़ा. इस संबंध में यूनाइटेड आर्ट प्रेस के प्रोपराइटर सतीश छाबड़ा ने बताया कि 1970 से उन्हें तत्कालीन आयडा से 1500 वर्गफीट प्लॉट अलॉट किया गया था.
उन्होंने बताया कि सभी तरह के कर की अदायगी के बाद भी साल 2013 में उनके प्लॉट से आधे भाग को सींक दिखाकर बिडिंग में डाल दिया गया. बिडिंग में शेर ए पंजाब ग्रुप के गुरचरण सिंह ने 1.27 करोड़ रुपए चुकाकर 8200 वर्गफीट एरिया हासिल किया. उधर बीते छः जुलाई को जियाडा ने उक्त कंपनी को सील कर दिया. जिसके बाद बुधवार को जियाडा शेर ए पंजाब ग्रुप को कब्जा दिलाने पहुंची मगर यूनाइटेड आर्ट प्रिंट ने यह कहते हुए कब्जा देने से इंकार कर दिया कि मामला हाईकोर्ट में लंबित है, फैसला आने तक वे प्लॉट खाली नहीं कर सकते. इस बीच दोनों पक्ष के लोग आमने- सामने आ गए. हालांकि मामला बिगड़ता देख जियाडा की ओर से प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी फोर्स के आने तक दोनों पक्षों को शांति बहाल करने का निर्देश दिया. जियाडा की ओर से प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सन्नी तिर्की ने एसडीओ ने बताया कि उन्हें दखल दिलाने का आदेश मिला है, मगर फोर्स की कमी के कारण संभव नहीं हो सका. आगे फिर जो आदेश होगा किया जाएगा. बता दें कि जियाडा द्वारा ऐसे मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं, जिससे उद्यमियों में नाराजगी व्याप्त है. उद्यमी संगठनों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं.