एसिया की दूसरी सबसे बड़ी औद्योगिक इकाई झारखंड के सरायकेला- खरसावां जिले के आदित्यपुर में स्थित है. वैसे तो यहां ढाई हजार से भी अधिक छोटी- बड़ी औद्योगिक इकाइयां है. जहां लाखों मजदूर रोजगार पाते हैं. इनमें से ही एक औद्योगिक सेक्टर है चंदूका मिनरल्स.
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर- मिनरल्स के मजदूरों के दर्द को सुन आप के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. जहां बीती रात कंपनी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी प्रमोद पंडित की मालिक संगम अग्रवाल ने बेरहमी से हाथ- पैर बांधकर पिटाई कर डाली. गार्ड प्रमोद पंडित के अनुसार वह ड्यूटी पर तैनात था, इसी बीच रात करीब 9: 30 में मालिक संगम अग्रवाल कंपनी पहुंचे और चालक राजू के साथ मिलकर गार्ड को अपनी गाड़ी में जबरन बिठाकर दूसरे साइट पर ले गए. जहां हाथ- पैर बांधकर जमकर पिटाई कर डाली.
मारपीट कर पुनः गार्ड को कंपनी में लाकर छोड़ दिया. वह बुरी तरह घायल गार्ड ने इसकी सूचना एजेंसी को दी. जिसके बाद एजेंसी की ओर से गार्ड का इलाज गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया. साथ ही आदित्यपुर थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराया गया. इधर रविवार को गार्ड के साथ हुई मारपीट की घटना की सूचना मिलते ही सहकर्मी गार्ड और अन्य सहयोगी ने मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
वैसे कहने को तो मजदूरों का शोषण ना हो उसके लिए कई विभाग बने हैं, लेकिन उद्यमियों और पूंजीपतियों के आगे सभी विभाग नतमस्तक हैं. वैसे कंपनी मालिक की यह कोई पहली घटना नहीं है. कर्मचारियों के अनुसार इसके पूर्व भी मालिक यहां काम करने वाले मजदूरों के साथ अमानवीय बर्ताव कर चुके हैं. हर बार पैसे के दम पर वे मजदूरों की आवाज को दबाने में सफल रहे हैं. हालांकि इस बार भी मामला थाने तक पहुंचा है. अब देखना यह दिलचस्प होगा, कि इस मामले में पीड़ित सुरक्षाकर्मी को इंसाफ मिलता है, या नतीजा वही ढाक के तीन पात वाली साबित होती है.
बताया जाता है कि इस कंपनी में हानिकारक रसायनों का काम होता है, और प्रदूषण मानकों का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन किया जाता है. यहां के मजदूरों ने बताया, कि उन्हें न तो न्यूनतम मजदूरी दी जाती है, ना ही उनके सुरक्षा का कोई ख्याल रखा जाता है. यहां तक, कि मजदूर अगर काम छोड़ना चाहे तो उसके साथ मारपीट की जाती है. है ना चौंकाने वाले खुलासे ! अगर मजदूरों को सुरक्षा मानकों के तहत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई, तो मजदूर गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. फैक्ट्री से निकलने वाले हानिकारक रसायनों पर भी किसी विभाग की नजर आज तक नहीं पड़ी. आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है !
मालिक की पिटाई से घायल सुरक्षाकर्मी प्रमोद पंडित ने बताया, कि उसके बेटे और बेटी अस्पताल में भर्ती है. मालिक ने मारपीट कर मुझे घायल कर दिया है. ऐसे में हम अपने बच्चों का इलाज कराएं या अपना हालांकि हंगामे की सूचना मिलते ही दूसरी कंपनी के जीएम जेके वाबड़े आदित्यपुर थाना पहुंचे. जहां आदित्यपुर थाना प्रभारी ने तत्काल घायल सुरक्षाकर्मी का इलाज कराने का निर्देश देते हुए जीएम को कड़ी फटकार लगाई. वहीं जीएम ने बताया चंदूका मिनरल्स और स्पेशल दोनों एक ही मालिक का है. चंदूका मिनरल से उन्हें सूचना दी गई, कि आप आदित्यपुर थाना पहुंचे, मैं यहां आया हूं. घायल सुरक्षाकर्मी के इलाज का प्रबंध कराया जा रहा है. मारपीट की घटना कैसे हुई इसकी मुझे जानकारी नहीं.
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