सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया फेज तीन के प्लॉट नंबर सी 35 स्थित परफेक्ट टूलिंग एंड पैकेजिंग कंपनी में शुक्रवार को जीएसटी की टीम ने दबिश दी. सुबह से शुरू हुआ सर्वे देर शाम तक जारी रहा.
हालांकि इस संबंध में हमने जीएसटी अधिकारियों से जानने का प्रयास किया मगर उन्होंने वरीय पदाधिकारियों के आदेशों का हवाला देते हुए कुछ भी बताने से साफ तौर पर इंकार कर दिया.
देखें video क्या कहा जीएसटी अधिकारियों ने
उधर मीडिया के पहुंचते ही कंपनी के अधिकारी मीडियाकर्मियों पर भड़क उठे और मीडिया कर्मियों को धमकाते हुए देख लेने तक की धमकी दे डाली. हालांकि वह अधिकारी कौन था, हम नहीं पहचानते. मगर उसकी बौखलाहट देख ऐसा लग रहा था कि जीएसटी की कार्यवाई से वह अधिकारी इतना बौखला गया, कि वह मीडिया कर्मियों से बात करने का तरीका ही भूल बैठा.
देखें क्या कहा कंपनी के अधिकारी ने
वैसे इस कहानी में उस वक्त ट्वीस्ट आ गया जब अंदर जीएसटी की कार्यवाई चल रही थी, बाहर सिद्धि सिंह नामक महिला खुद को कंपनी की मालकिन बताते हुए आ धमकी उन्होंने क्या कहा आप भी जान लीजिए.
बाईट
सिद्धि सिंह
सुना आपने महिला खुद को कंपनी की मालकिन बता रही है. महिला ने अपना नाम सिद्धि सिंह बताया. बतौर सिद्धि सिंह इस कंपनी का नाम जिंको इंडिया था, और उसमें उनकी पार्टनर आशा अग्रवाल थी. आशा अग्रवाल ने 2009 में उक्त कंपनी को अपने पार्टनर यानि सिद्धि सिंह को सारे जवाबदेहियों के साथ सौंप दिया. जिसके एवज में सिद्धि सिंह ने बैंक में अपना घर बंधक रख कर दिया है, और उसका एग्रीमेंट पेपर भी उसके पास है. सिद्धि सिंह ने बताया कि नाम हस्तांतरण के लिए साल 2009 से ही आयडा जो अब जियाडा हो चुका है दौड़ लगा रही है, मगर जियाडा द्वारा अवैध तरीके से उक्त कंपनी को परफेक्ट टूलिंग एंड पैकेजिंग कंपनी को हस्तांतरित कर दिया गया है. जिसके मालिक अनुशील वासुदेव और शाहनवाज अहमद हैं. सिद्धि सिंह ने बताया कि उनका मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है. ऐसे में कंपनी किसी दूसरे मालिक को कैसे हस्तांतरित कर दिया गया.
वैसे सिद्धि सिंह के दावों में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है. मगर सवाल बड़ा है, कि आखिर कैसे कंपनी को हस्तांतरित कर दिया गया. फिलहाल कंपनी के भीतर जीएसटी का सर्वे जारी है, और बाहर घमासान की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है. ऐसे में जियाडा प्रशासन को सामने आकर सच्चाई लोगों के बीच रखनी चाहिए. वैसे हमने भी जियाडा के क्षेत्रीय निदेशक से संपर्क साधने का प्रयास किया मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका है.