आदित्यपुर: सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर नगर निगम के भ्रष्टाचार की पोल खुलते ही निगम प्रशासन हरकत में आया और मंगलवार को उपनगर आयुक्त पारुल सिंह ने स्थल का भौतिक सत्यापन किया और इंडिया न्यूज वायरल पर चले खबर को सही पाते हुए बिल्डर को तलब किया.

इससे पहले श्रीमती सिंह ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और सड़क पर जल जमाव को देख हैरान रह गई. उन्होंने पाया कि सनराइज अपार्टमेंट में लगभग 130 फ्लैट है जिसके ड्रेनेज का पूरा पानी सड़क पर ही बह रहा है. बिल्डर की ओर से इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. उन्होंने प्रति फ्लैट करीब पांच हजार रुपए के हिसाब से 6.50 लाख का जुर्माना लगाते हुए बिल्डर को पर्ची थमा दी. साथ ही दो दिनों के अंदर सोसायटी में ड्रेनेज का व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
इधर बिल्डर पर कार्रवाई से साफ हो गया है कि सोसाइटी का नक्शा पास करने में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि बिल्डर सूरज भदानी कब तक जुर्माना चुकाते हैं. जुर्माना चुकाएंगे भी हैं या नहीं. क्योंकि इतनी बड़ी कार्रवाई के बाद निगम प्रशासन द्वारा इसकी कोई आधिकारिक जानकारी मीडिया कर्मियों के साथ साझा नहीं की गई. जबकि छोटी-छोटी कार्रवाई पर बड़ा- बड़ा प्रेस विज्ञप्ति नगर निगम द्वारा जारी कर ढोल पीटा जाता है. सूत्रों की मानें तो बिल्डर सूरज भदानी और नगर निगम के अधिकारियों के बीच अच्छे रिश्ते हैं. यही कारण है कि पिछले कई वर्षों से नियम- कानून को ताक पर रखकर बिल्डर द्वारा खुलेआम आम सड़क पर पूरे सोसायटी का गंदा पानी बहाया जा रहा था और नगर निगम प्रशासन चुप्पी साधे था. इंडिया न्यूज़ वायरल पर खबर चलने के बाद स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई और नगर निगम में शिकायत दर्ज कराया. इसके बाद निगम प्रशासन हरकत में आया और इतनी बड़ी कार्रवाई कर दी. अंदरखाने की माने तो इस कार्रवाई से निगम के बड़े साहब नाराज चल रहे हैं. यही कारण है कि सार्वजनिक रूप से प्रेस ब्रीफिंग नहीं किया गया है.
