आदित्यपुर: पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता सुमित कुमार के खिलाफ झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ त्रिपाठी गुट ने मोर्चा खोल दिया है. सोमवार से चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
सोमवार को जुलूस की शक्ल में हाथों में बैनर तख्ती लेकर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी कार्यपालक अभियंता के कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने कार्यपालक अभियंता को दलित और अल्पसंख्यक विरोधी बताया. और मांगे पूरी होने तक हड़ताल पर रहने की बात कही. इस संबंध में जानकारी देते हुए महासंघ के जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार सिन्हा ने बताया कि विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी धर्मेंद्र पासवान की 2014 में मृत्यु हो चुकी है. उनकी नाबालिक पुत्री को आज तक पेंशन नहीं दिया जा रहा है. उनकी दो दो नाबालिग बेटियां घरों में बर्तन मांजकर गुजरा कर रही है. इसके अलावा एक अन्य कर्मी मोहम्मद नाफिसुद्दीन के अपाहिज पुत्र मोहम्मद रियाजुद्दीन को पारिवारिक गुजारा भत्ता नहीं दिया जा रहा है. साथ ही कई ऐसी मांगे हैं जिन्हें कार्यपालक अभियंता द्वारा महालेखाकार और विभागीय अधिकारियों के निर्देश के बाद भी फाइल आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है, जो कहीं ना कहीं सरकार और विभाग की छवि को खराब कर रहे हैं. वहीं महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष विमल सिंह ने कार्यपालक अभियंता को कर्मचारी और सरकार विरोधी करार दिया. उन्होंने ऐसे पदाधिकारी को अविलंब राज्य से बाहर करने की मांग की. साथ ही ऐलान किया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा.