आदित्यपुर: हाथ से राजनीतिक जमीन खिसकता देख बुधवार को भाजपाइयों ने आवास बोर्ड कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए डब्लू टाइप का हो रहे सर्वे का विरोध जताते हुए तत्काल सर्वे का काम बंद करने की मांग की है. भाजपाइयों ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पिछले दिनों डब्ल्यू टाईप वासियों को दिए गए आश्वासन को छलावा बताते हुए कटाक्ष किया है. पूर्व डिप्टी मेयर ने तो एक कदम आगे बढ़कर यहां तक कह डाला कि यदि आवास बोर्ड डब्ल्यू टाईप का सर्वे बंद नहीं करता है और यदि एक भी मकान को तोड़ने का निर्णय लेता है, तो आवास बोर्ड की ईंट से ईंट बजा देंगे.
वैसे भजपाईयों को डब्ल्यू टाईप वासियों का मर्म तब समझ में आया है जब सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक चंपाई सोरेन ने पिछले दिनों डब्ल्यू टाईप वासियों को भरोसा दिलाया है कि उनके रहते आवास बोर्ड ही नहीं उनके विधानसभा में कहीं भी बसे लोगों को उजड़ने नहीं दिया जाएगा.
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन डब्ल्यू टाईप के लोगों को संबोधित करते, साथ मे आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द नारायण सिंह, वार्ड 18 के पूर्व पार्षद रंजन सिंह , झामुमो नेता रंजीत प्रधान एवं बीटी दास भी मौजूद हैं
बता दें कि डब्ल्यू टाईप आदित्यपुर नगर निगम वार्ड- 18 में पड़ता है. यहां के पूर्व पार्षद रंजन सिंह जो खुद भजपाई हैं. उन्होंने विगत दिनों इस समस्या को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए आगे आने की अपील की थी, मगर भाजपाई लोकसभा चुनाव में मिले करारी शिकस्त के बाद कार्यकर्ता सम्मान समारोह की तैयारी में जुटे थे. इसपर रंजन सिंह ने पार्टी से बगावत कर अलग राह चुन लिया. उन्होंने आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह के साथ मिलकर डब्ल्यू टाईप वासियों की मांग को पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन तक पहुंचाया. उसके बाद पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री स्वयं वार्ड- 18 स्थित नेताजी सुभाष पार्क पहुंचे और डब्ल्यू टाईप वासियों को भरोसा दिलाया कि उनके रहते उनका कोई बाल बांका नहीं कर सकता. इस मामले को लेकर वे आवास बोर्ड के एमडी को बुलाकर सर्वे के काम पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश देंगे. जिसके बाद सोसाइटी वासियों ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए गर्मजोशी से स्वागत किया था.पपूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत करते डब्लू टाइप वासी
विदित हो कि वार्ड- 18 के पार्षद रंजन सिंह का क्षेत्र में जबरदस्त पकड़ है. साथ ही यह इलाका बीजेपी का गढ़ माना जाता है, मगर आवास बोर्ड के सर्वे मामले में भाजपाइयों की चुप्पी और रंजन सिंह के बगावती तेवर से डब्ल्यू टाईप के प्रभावितों ने भी उनका साथ दिया और चंपाई सोरेन पर आस्था जताई. अभी एक हफ्ता भी नहीं बीता कि भाजपाइयों को बनी- बनाई जमीन खिसकने का डर सताने लगा. यही वजह है कि बुधवार को भाजपाई आवास बोर्ड के कार्यालय पहुंचे और सर्वे का काम बंद कराने की मांग की, मगर अब पछताते होते क्या जब चिड़िया चुग गयी खेत….. पूर्व मुख्यमंत्री के दहले ने भाजपाइयों को चारों खाने चित्त कर दिया है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि डब्ल्यू टाईप की जनता इसका श्रेय किसे देती है.
वैसे कुछ लोग दबी जुबान से इसे भाजपाइयों की हताशा भी बता रहे हैं. इस पूरे प्रकरण में आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह और वार्ड- 18 के पूर्व पार्षद रंजन सिंह ने मजबूती के साथ खुद को जनता के साथ खड़ा रखा है. अब जब ऐसा लगने लगा कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन मामले में कूद पड़े हैं तो भाजपाई इसे राजनीतिक रंग देने में जुट गए हैं. आवास बोर्ड पहुंचनेवालों में ईचागढ़ के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता अरविंद सिंह, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, गणेश महाली, अशोक सिंह, राकेश मिश्रा, कुमुद रंजन, भोगेन्द्र झा आदि शामिल थे.