आदित्यपुर: शनिवार को एकबार फिर से जिला प्रशासन का बुल्डोजर का रुख आदित्यपुर- 2 स्थित रोड नम्बर 14 की तरफ हुआ. प्रशासन पूरे लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंची. जैसे ही अभियान की शुरुआत हुई कि स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. लोग उक्त जमीन के आवंटियों को आवास बोर्ड से अंयत्र शिफ्ट करने की फरियाद लगाते रहे, मगर प्रशासन ने उनकी एक न सुनी और अपनी कार्रवाई में जुट गई, मगर आधे घंटे बाद ही अभियान रोक दिया गया.
क्या हुआ कि अचानक अभियान रुक गया और क्या है पूरा मामला
दरअसल आवास बोर्ड द्वारा उक्त स्थल पर 18 लोगों को जमीन आवंटित किया गया था. इनमें से 15 लोगों को अन्यत्र शिफ्टिंग कर दिया गया. तीन आवंटियों ने हाईकोर्ट का रुख किया. हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन को कब्जा दिलाने का निर्देश दिया. इधर स्थानीय लोग इतने बड़े आवासीय क्षेत्र में पार्क और खेल का मैदान बनाने की मांग वर्षों से कर रहे हैं. इसको लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी हो चुका है. एकबार फिर से स्थानीय लोगों ने आवास बोर्ड की कार्रवाई के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया.
अभियान के बीच में कोई मंत्री जी की पैरवी लेकर पहुंच रहा था तो कोई डीसी की पैरवी करने पहुंच रहा था, मगर जिला प्रशासन का बुल्डोजर गरजता रहा. इसमें एसडीएम पारुल सिंह, हेडक्वार्टर डीएसपी चंदन वत्स, आवास बोर्ड के कार्यपालक पदाधिकारी, आरआईटी, आदित्यपुर, गम्हरिया और कांड्रा के थानेदार सहित सैकड़ों महिला एवं पुलिस बल मौजूद रही. इस बीच करीब आधा घंटा अभियान चला और जेसीबी में तकनीकी खराबी आ गयी और अभियान रोक दिया गया.
हालांकि इस दौरान एक आवंटी को कब्जा दिला दिया गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने आगे की कार्रवाई रोकने के लिए कुछ दिनों तक अभियान रोकने की गुहार लगाई. जिसपर एसडीएम ने लिखित आवेदन की मांग की. स्थानीय लोगों ने बताया कि मामला हाईकोर्ट में लंबित है. दो दिनों के भीतर स्टे लाया जाएगा. जिसे एसडीएम ने स्वीकार कर लिया. उसके बाद दो दिनों के लिए अभियान टाल दिया गया है. एसडीएम ने साफ कर दिया है कि मकर संक्रांति के बाद यदि स्टे नहीं आया तो पुनः अभियान चलाया जाएगा.