अंततः 30 वर्षीय उभरते डॉ अमित जिंदगी से जंग हार गए शुक्रवार सुबह उन्होंने टाटा मुख्य अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके निधन के बाद जैसे ही उनका पार्थिव शरीर सरायकेला- खरसावां जिला के आदित्यपुर के एस टाईप स्थित आवास पहुंचा. जहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
डॉ अमित के शव यात्रा में सैकड़ों लोगों ने शिरकत की और उन्हें नम आंखों से विदाई दी. इनमें मुख्य रूप से आदित्यपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर अमित सिंह, कांग्रेसी नेता अवधेश सिंह, सुरेशधारी, ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह सहित शहर के कई गणमान्य लोगों ने शिरकत की. सभी ने डॉ अमित की मौत पर गहरी संवेदना प्रकट की. विदित रहे, कि कल यानी गुरुवार को डॉक्टर अमित ने अपने बड़े भाई के लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया था. जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में टाटा मुख्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उन्होंने शुक्रवार तड़के दम तोड़ दिया.
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डॉ अमित एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक थे. उनकी मौत से न केवल चिकित्सा जगत, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक जगत में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी है. डॉक्टर अमित ने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया, यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है. क्योंकि 2 माह पूर्व डॉ अमित की सगाई हुई थी, और नवंबर में उनकी शादी होने वाली थी. ऐसे में ऐसा क्या हुआ, कि उन्हें आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा. बहरहाल पारिवारिक सदस्य भी डॉक्टर अमित द्वारा उठाए गए इस कदम पर स्तब्ध है और कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं है. डॉ अमित बेहद ही मिलनसार प्रवृत्ति के युवा चिकित्सक के रूप में जाने जाते थे. कुछ साल पहले उनके पिता की भी मौत हो चुकी है. वे बिल्डर थे.
सुरेशधारी (कांग्रेसी नेता)
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